भागलपुर स्थित तिलकामांझी विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के हॉस्टलों में अवैध रूप से रह रहे छात्रों पर जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से पिछले कई दिनों से लगातार जिला प्रशासन को पत्र भेजकर हॉस्टल खाली कराने की मांग की जा रही थी। इसी क्रम में सोमवार को जिला प्रशासन की एक संयुक्त टीम ने विश्वविद्यालय परिसर पहुंचकर बड़े स्तर पर कार्रवाई की।
सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) विकास कुमार, डीएसपी अजय चौधरी सहित प्रशासनिक और पुलिस विभाग के कई अधिकारी सुबह से ही विश्वविद्यालय के विभिन्न हॉस्टलों का निरीक्षण करते नजर आए। अधिकारियों ने हॉस्टल परिसर में माइकिंग कर छात्रों को स्पष्ट और अंतिम चेतावनी दी। माइकिंग के दौरान एसडीओ ने कहा कि जिन भी छात्रों के पास विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी वैध आवास अनुमति नहीं है, वे तुरंत अपने कमरे खाली कर दें। सभी अवैध रूप से रह रहे छात्रों को कल तक का समय दिया गया है, जिसके बाद किसी भी परिस्थिति में ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि निर्धारित समयसीमा के बाद यदि कोई भी छात्र बिना अनुमति के हॉस्टल में पाया गया तो अगले ही दिन पुलिस बल की सहायता से पूरे हॉस्टल को जबरन खाली कराया जाएगा। इसके साथ ही संबंधित छात्रों पर विधि सम्मत कार्रवाई भी की जाएगी। निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक टीम ने हर कमरे की जांच की, छात्रों की पहचान संबंधी जानकारी ली और कमरे की स्थिति का भी जायजा लिया।
प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान कई छात्र अपने सामान समेटते हुए नजर आए, जबकि कुछ छात्रों में कार्रवाई को लेकर दहशत का माहौल भी दिखाई दिया। अधिकारियों के अनुसार, इस अभियान का उद्देश्य विश्वविद्यालय परिसर में अनुशासन बहाल करना और हॉस्टलों में बाहरी या अनधिकृत लोगों के प्रवेश को रोकना है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन की इस कार्रवाई का स्वागत किया और कहा कि लंबे समय से हॉस्टलों में अवैध कब्जे को लेकर समस्याएं बढ़ रही थीं, जिससे विद्यार्थियों की सुरक्षा और व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। अब प्रशासन की सख्ती से हॉस्टल व्यवस्था में सुधार आने की उम्मीद है।
