नवगछिया । कदवा थाना पुलिस ने एक गंभीर अपहरण और फिरौती कांड का खुलासा करते हुए अपहृत युवक को कुछ ही घंटों में सुरक्षित बरामद कर सराहनीय कार्य किया है। डीएसपी अभिषेक कुमार ने बताया कि चार दिसंबर को मधेपुरा निवासी अजय कुमार ने कदवा थाना में सूचना दी थी कि नवगछिया जाने के क्रम में उन्हें और उनके दोस्त को अपराधियों ने जबरन अपहरण कर लिया है। अपहृतों को कदवा थाना क्षेत्र के कोसी दियारा इलाके में बंधक बनाकर रखा गया था। अपराधियों ने परिजनों से दो लाख रुपये की फिरौती की मांग भी की थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक नवगछिया ने तत्काल एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में पुलिस उपाधीक्षक (साइबर), कई थानों के थानाध्यक्ष तथा डीआइयू की टीम को शामिल किया गया। टीम ने मानवीय और तकनीकी संसाधनों का उपयोग करते हुए घटनास्थल का पता लगाया। साइबर तकनीक के आधार पर लोकेशन ट्रैक की गई और छापेमारी की रणनीति तैयार की गई।
लगातार खोजबीन के बाद विशेष टीम ने कुछ ही घंटों में अपहृत युवक और उसकी बाइक को थाना क्षेत्र के नवीनगर पुनामा से सुरक्षित बरामद कर लिया। अपहृत को सुरक्षित मिलने के बाद उसके बयान और अन्य तकनीकी तथ्यों के आधार पर पुलिस ने पूरे मामले की परतें खोलनी शुरू कीं।
प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि इस अपहरण की जड़ में व्यक्तिगत विवाद था। अपहृत के दोस्त बिट्टू झा और अपहरणकर्ताओं के बीच पैसे की लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था। उसी को लेकर अपहरण की योजना बनाई गई। जब अपहृत युवक, बिट्टू झा द्वारा उपयोग की जा रही बाइक से नवगछिया की ओर जा रहा था, तभी अपराधियों ने रास्ते में उसे पकड़ लिया। आरोप है कि अपराधियों का उद्देश्य अपहृत को बंधक बनाकर बिट्टू झा पर पैसा वापस करने का दबाव बनाना था।
पुलिस ने पीड़ित के लिखित आवेदन के आधार पर कदवा थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। कांड में संलिप्त सभी अभियुक्तों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की घटनाओं को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कदवा थाना पुलिस और विशेष टीम की त्वरित कार्रवाई से अपहृत की सुरक्षित बरामदगी ने पुलिस की कार्यकुशलता का परिचय दिया है। इस सफलता से क्षेत्रवासियों में भी पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।
