कृषि विभाग प्रांगण में शुक्रवार से शुरू हुए दो दिवसीय *कृषि यांत्रिकीकरण मेला–सह–प्रदर्शनी 2025–26* ने जिले भर के किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया। उत्साहपूर्ण माहौल में आयोजित इस मेले का विधिवत उद्घाटन उप विकास आयुक्त एवं संयुक्त निदेशक (शस्य) ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। उद्घाटन सत्र में सैकड़ों किसानों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को जीवंत, प्रभावशाली और यादगार बना दिया।
मेले में कृषि विभाग के विभिन्न पदाधिकारियों की सक्रिय भागीदारी रही। इस अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी, उपनिदेशक कृषि अभियंत्रण, जिला उद्यान एवं मत्स्य पदाधिकारी, वैज्ञानिकगण, जिला विपणन पदाधिकारी, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, किसान सलाहकार तथा विभाग के अन्य कर्मियों ने किसानों के साथ संवाद कर उन्हें आधुनिक कृषि तकनीक से अवगत कराया। अधिकारियों ने कृषि यांत्रिकीकरण की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बदलते समय के साथ खेती को अधिक उत्पादक और लाभकारी बनाने के लिए मशीनों का उपयोग अत्यंत जरूरी है।
मेले का मुख्य आकर्षण रहा पंजीकृत कृषि यंत्र विक्रेताओं द्वारा लगाया गया अत्याधुनिक कृषि उपकरणों का भव्य प्रदर्शन। विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों ने अपने उन्नत उपकरण—जैसे पावर टिलर, रोटावेटर, सीड ड्रिल, रीपर-कम-बाइंडर, स्प्रे मशीन, ड्रोन, पंपसेट तथा प्लांट प्रोटेक्शन इक्विपमेंट—प्रदर्शित किए। किसानों ने इन मशीनों को नजदीक से देखा, उनकी तकनीकी संरचना और कार्यप्रणाली को समझा तथा विशेषज्ञों से उनके उपयोग, विशेषताओं और रख-रखाव से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्राप्त की। विशेष रूप से ड्रोन तकनीक ने युवाओं और प्रगतिशील किसानों का ध्यान आकर्षित किया, जिसे आधुनिक खेती का भविष्य माना जा रहा है।
इसके साथ ही मेले में सरकार द्वारा उपलब्ध विभिन्न अनुदान योजनाओं की जानकारी भी किसानों को दी गई। अधिकारियों ने बताया कि इन योजनाओं का लाभ उठाकर किसान कम लागत पर उन्नत कृषि यंत्र खरीद सकते हैं, जिससे समय, श्रम और लागत तीनों की बचत होगी। विभाग ने किसानों को ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया, पात्रता मानदंड और अनुदान की दरों के बारे में भी विस्तार से समझाया ताकि अधिक से अधिक किसान इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।
दो दिवसीय यह मेला किसानों में तकनीकी जागरूकता बढ़ाने, उन्हें आधुनिक उपकरणों से जोड़ने और वैज्ञानिक खेती को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सराहनीय पहल साबित हो रहा है। लगातार बढ़ती भीड़ और किसानों की सक्रिय भागीदारी यह दर्शाती है कि ग्रामीण क्षेत्र में तकनीकी उन्नयन के प्रति रुचि तेजी से बढ़ रही है। मेला न केवल किसानों के लिए सीखने का मंच है, बल्कि कृषि क्षेत्र में नवाचारों के प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
