भागलपुर के नाथनगर प्रखंड क्षेत्र में बुधवार को प्रशासनिक सतर्कता का स्पष्ट उदाहरण देखने को मिला, जब अपर जिला दंडाधिकारी (विधि व्यवस्था) और अंचलाधिकारी रजनीश कुमार के नेतृत्व में संयुक्त निरीक्षण टीम ने क्षेत्र के विभिन्न सरकारी संस्थानों का व्यापक निरीक्षण किया। इस अभियान का उद्देश्य सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता, पारदर्शिता और व्यवस्था की वास्तविक स्थिति का आकलन करना था, ताकि जनता को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं का सही मूल्यांकन हो सके।
निरीक्षण की शुरुआत मध्य विद्यालय, नूरपुर से की गई, जहाँ अधिकारियों ने शिक्षा व्यवस्था की बारीकी से जाँच की। टीम ने उपस्थिति रजिस्टर, शिक्षकों की उपस्थिति, कक्षाओं के संचालन तथा विद्यालय परिसर की साफ-सफाई की स्थिति को जांचा। विद्यालय की व्यवस्थाएँ सामान्य और संतोषजनक पाई गईं। अधिकारियों ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को निर्देश दिया कि बच्चों की शिक्षा और अनुशासन को प्राथमिकता में रखते हुए नियमित रूप से कक्षाओं का संचालन सुनिश्चित करें।
इसके बाद जांच दल जन वितरण प्रणाली (PDS) की कांझिया दुकान पहुँचा। यहाँ खाद्यान्न तथा उर्वरक के भंडारण, वितरण प्रक्रिया और स्टॉक रजिस्टर की गहन जांच की गई। टीम ने दुकान में उपलब्ध राशन की गुणवत्ता और मात्रा की भी पुष्टि की। निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि लाभुकों को समय से और सही मात्रा में राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। यहां भी व्यवस्था संतोषजनक पाई गई, लेकिन अधिकारियों ने दुकानदार को निर्देश दिया कि रजिस्टर और स्टॉक की अद्यतन जानकारी हमेशा पारदर्शी तरीके से रखी जाए।
इसके बाद टीम रेफरल अस्पताल, नाथनगर पहुँची, जहाँ मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का आकलन किया गया। अस्पताल में दवाइयों की उपलब्धता, डॉक्टरों एवं कर्मियों की उपस्थिति, साफ-सफाई, वार्ड प्रबंधन और मरीजों को दी जा रही सुविधाओं का विस्तार से निरीक्षण किया गया। अस्पताल की स्थिति सामान्य और संतोषजनक पाई गई, हालांकि अधिकारियों ने यह भी कहा कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करना हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
निरीक्षण के क्रम में ब्लॉक क्षेत्र स्थित कई आंगनवाड़ी केंद्रों का भी निरीक्षण किया गया। अधिकारियों ने केंद्रों में बच्चों के पंजीकरण, पोषाहार वितरण, प्री-स्कूल गतिविधियों और साफ-सफाई सहित सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यहाँ भी व्यवस्था संतोषजनक पाई गई, लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को और अधिक सजग रहकर पोषाहार वितरण और बच्चों की नियमित उपस्थिति पर ध्यान देने का निर्देश दिया गया।
अंत में अधिकारियों ने सभी संस्थानों के जिम्मेदार कर्मियों से कहा कि वर्तमान व्यवस्था अच्छी है, लेकिन इसे बनाए रखना और और अधिक सुधारना हमेशा आवश्यक है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समय-समय पर इसी प्रकार निरीक्षण किए जाते रहेंगे ताकि सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो सके।
नाथनगर में प्रशासन की इस सक्रियता को स्थानीय लोगों ने सराहा है, जिससे यह उम्मीद बढ़ी है कि सरकारी सेवाओं की पारदर्शिता और जवाबदेही लगातार बेहतर होती रहेगी।
