भागलपुर में लगातार बढ़ रही ठंड और घने कोहरे ने आम जनजीवन को प्रभावित करने के साथ-साथ रेलवे परिचालन पर भी बड़ा असर डाला है। हालात इतने गंभीर हैं कि दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिसके कारण न सिर्फ भागलपुर से खुलने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनों को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया है, बल्कि यहां होकर गुजरने वाली अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों के संचालन में भी भारी बाधा उत्पन्न हो रही है।
विशेष रूप से दिल्ली, मुंबई, गुजरात और अन्य राज्यों की ओर जाने वाली ट्रेनों के समय में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कई ट्रेनें घंटों देर से चल रही हैं, जबकि कुछ अपने निर्धारित समय से 6 से 10 घंटे की देरी से भागलपुर स्टेशन पहुंच रही हैं। इससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। सुबह और देर शाम के समय कोहरे की स्थिति और भी खराब हो जाती है, जिसके कारण रेलवे को ट्रेनें धीमी गति से चलानी पड़ रही हैं ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके।
स्टेशन पर इंतजार कर रहे यात्रियों का कहना है कि ठंड और कोहरे के बीच घंटों खड़े रहना बेहद मुश्किल हो रहा है, लेकिन मजबूरी में उन्हें अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। कई यात्री अपने महत्वपूर्ण कार्यों के लिए लंबी यात्रा पर निकलते हैं, लेकिन ट्रेनों के विलंब से उनकी दिनचर्या पर सीधा असर पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगले कुछ दिनों तक ठंड और कोहरा इसी तरह बना रहेगा, जिससे रेल संचालन में और भी चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं। इसी के मद्देनज़र रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से कई एहतियाती कदम उठाए हैं। पटरियों पर गश्त बढ़ा दी गई है, सिग्नलिंग सिस्टम पर विशेष निगरानी रखी जा रही है और ट्रेनों को नियंत्रित गति से चलाया जा रहा है।
पूरे मामले की आधिकारिक जानकारी मालदा डिवीजन के पीआरओ **रासाराज माजी** ने दी। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए रेलवे हर स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है। जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है, उनकी जानकारी लगातार अपडेट की जा रही है ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो। उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति सामान्य होने पर सभी ट्रेनें फिर से अपने निर्धारित समय पर चलाई जाएंगी।
इधर, रेलवे प्रशासन यात्रियों से अपील कर रहा है कि यात्रा पर निकलने से पहले अपनी ट्रेन की ताजा स्थिति की जांच अवश्य कर लें। कोहरे के इस मौसम में धैर्य और सावधानी ही सबसे बड़ा विकल्प है। अगले कुछ दिनों तक मौसम की यही स्थिति बनी रहने की संभावना है, जिसके कारण रेलवे परिचालन में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
