बिहार के नवादा जिले से एक दिल-दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को दहशत और शोक में डूबो दिया है। जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के माधो बीघा गांव में जमीन विवाद को लेकर एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 25 वर्षीय राहुल कुमार उर्फ त्रिलोकी कुमार के रूप में हुई है, जो गांव के ही अर्जुन यादव का पुत्र था। घटना के बाद से मृतक के परिवार में मातम पसरा है और परिजन रो-रोकर बेहाल हैं।
जानकारी के अनुसार, राहुल की पत्नी प्रीती कुमारी पांच महीने की गर्भवती हैं। इसी वजह से राहुल ने उन्हें कुछ दिनों के लिए उनके मायके नंदलाल बीघा भेज दिया था। इस दौरान वह अपने पति से फोन पर संपर्क करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन राहुल का फोन लगातार स्विच ऑफ मिल रहा था। सोमवार को अचानक उन्हें खबर मिली कि उनके पति की मौत हो गई है। यह सुनते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई और वह तुरंत ससुराल पहुंचीं।
ससुराल पहुंचकर प्रीती कुमारी ने जो दृश्य देखा, उससे उनका दिल दहल उठा। राहुल के शव पर गर्दन और शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर चोटों के निशान मौजूद थे, जो किसी बड़ी वारदात की ओर इशारा कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मुफस्सिल थाना की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
प्रीती कुमारी ने अपने बयान में चौंकाने वाला आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनके पति की हत्या किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, बल्कि परिवार के ही लोगों ने की है। उन्होंने स्पष्ट रूप से मृतक के बड़े भाई और परिवार के कुछ सदस्यों पर हत्या का आरोप लगाया है। हालांकि, इन आरोपों की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस हर पहलू की पड़ताल कर रही है—चाहे वह जमीन विवाद का मुद्दा हो, परिवारिक तनाव हो, या कोई अन्य कारण। गांव में भी इस घटना के बाद तनाव का माहौल है, और लोग इस अमानवीय घटना से सहमे हुए हैं।
फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, ताकि मौत की असली वजह सामने आ सके। वहीं, मृतक के परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं और दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की गुहार लगा रहे हैं।
नवादा जैसे शांत जिले में इस तरह की वारदात ने फिर एक बार साबित कर दिया है कि जमीनी विवाद किस तरह रिश्तों को तोड़कर जानलेवा बन जाता है। पुलिस की जांच पर गांव वालों और मृतक के परिवार की निगाहें टिकी हैं।
