सहरसा जिले के महिषी प्रखंड क्षेत्र में रविवार देर रात एक भीषण आगजनी की घटना सामने आई, जिसमें एक बहुउद्देश्यीय दुकान पूरी तरह जलकर राख हो गई। यह दुकान महिषी हॉस्पिटल कैंपस परिसर में स्थित थी, जहां जनरल स्टोर, चाय-नाश्ता और फोटोस्टेट का काम एक ही जगह से चलता था। अचानक लगी आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास के लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही पूरा दुकान परिसर आग की लपटों में घिर गया।
पीड़ित दुकानदार विजय पासवान ने बताया कि वे पिछले लगभग 10 वर्षों से इस दुकान का संचालन कर रहे थे और ज्यादातर रात में भी वहीं सो जाया करते थे। लेकिन रविवार की रात वे किसी काम से अपने ससुराल चले गए थे। रात करीब एक बजे स्थानीय लोगों ने फोन कर उन्हें घटना की जानकारी दी। फोन पर मिली सूचना के बाद वे तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक दुकान पूरी तरह से आग की चपेट में आ चुकी थी।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, जिसके बाद दमकल की दो टीमें घटनास्थल पर पहुँचीं। आग इतनी भयावह थी कि उसे काबू करने में दमकलकर्मियों को लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि आग बुझा दी गई, लेकिन तब तक दुकान में रखा लगभग सारा सामान जलकर खाक हो चुका था।
दुकानदार के अनुसार, आग में जनरल स्टोर का सामान, फ्रिज, पंखा, दो प्रिंटर, फोटोस्टेट मशीन, गैस स्टोव, इलेक्ट्रिक उपकरण, चाय-नाश्ता से संबंधित सामग्री, प्लास्टिक और किराना का पूरा स्टॉक जलकर नष्ट हो गया। उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में उनका लगभग साढ़े तीन लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है, जिससे उनके सामने गंभीर आजीविका संकट खड़ा हो गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है। कुछ लोग शॉर्ट सर्किट की आशंका व्यक्त कर रहे हैं, जबकि अन्य के अनुसार आसपास कहीं आग की कोई अन्य गतिविधि भी नहीं थी, इसलिए कारणों की जांच जरूरी है। फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल रहा। ग्रामीणों ने रातभर घटनास्थल के आसपास रहकर फायर ब्रिगेड की मदद की। लोग पीड़ित दुकानदार को सांत्वना देते हुए सरकार और प्रशासन से राहत व मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह दुकान न केवल विजय पासवान का रोजगार थी, बल्कि अस्पताल आने-जाने वाले लोगों के लिए भी जरूरी सुविधा प्रदान करती थी।
दूसरी ओर प्रशासन का कहना है कि आग के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है और पीड़ित को उपलब्ध सरकारी प्रावधानों के अनुसार मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। विजय पासवान ने बताया कि इस घटना के बाद वे पूरी तरह टूट चुके हैं और पुनः दुकान स्थापित करने की क्षमता नहीं रखते, ऐसे में सरकारी सहायता बेहद जरूरी है।
