कहा, नीतीश–मोदी के नेतृत्व में ही बनेगी डबल इंजन की मजबूत सरकार

 

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले प्रदेश का सियासी माहौल गर्मा गया है। राजद नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार **तेजस्वी यादव** द्वारा किए गए बड़े चुनावी वादों पर अब सत्ताधारी दल के नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया आने लगी है।

इसी क्रम में **हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम)** के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री **जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi)** ने मंगलवार को **तेजस्वी यादव** पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी जनता को झूठे वादों के जाल में फंसा रहे हैं।

 

मांझी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, *“एक तरफ तेजस्वी यादव यह दावा करते हैं कि उपमुख्यमंत्री के तौर पर अपने 17 महीने के कार्यकाल में उन्होंने रोजगार के अवसर दिए, सड़कें बनवाईं और विकास किया। अगर यह सच था, तो उस समय उन्हें यह सब करने से किसने रोका था? तब उन्होंने कुछ नहीं किया, और अब जनता से झूठे वादे कर रहे हैं। जनता इतनी भोली नहीं कि दोबारा झांसे में आ जाए।”*

 

मांझी ने आगे कहा कि बिहार की जनता ने विकास, सुशासन और स्थिर सरकार का स्वाद चखा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि **नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ही बिहार के विकास की गारंटी है।**

उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के समय महागठबंधन और राजद के नेता अव्यावहारिक घोषणाओं के जरिए मतदाताओं को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।

 

उन्होंने कहा, *“तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि जब वे उपमुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने बेरोजगारी खत्म करने के लिए क्या ठोस कदम उठाए? कितने युवाओं को नौकरी मिली? कितनी सड़कों का निर्माण हुआ?”*

मांझी ने कहा कि सिर्फ चुनाव के वक्त घोषणा करने से जनता का विश्वास नहीं जीता जा सकता।

 

गौरतलब है कि मंगलवार को तेजस्वी यादव ने एक बड़ी जनसभा में महिलाओं, किसानों और कर्मचारियों को लेकर कई बड़े वादे किए थे। उन्होंने कहा था कि अगर बिहार में **महागठबंधन की सरकार** बनती है, तो महिलाओं को “**माई बहन योजना**” के तहत हर साल ₹30,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी। किसानों को **धान के MSP पर ₹300 और गेहूं पर ₹400 बोनस** मिलेगा।

इसके साथ ही सिंचाई के लिए **मुफ्त बिजली** देने और कर्मचारियों के लिए **पुरानी पेंशन योजना** लागू करने का वादा भी उन्होंने किया था।

 

मांझी ने इन घोषणाओं पर तंज कसते हुए कहा कि *“बिना वित्तीय प्रबंधन और ठोस नीति के ऐसे वादे सिर्फ छलावा हैं।”*

उन्होंने दावा किया कि जनता ने अब तय कर लिया है कि वह झूठे वादों के बजाय विकास की राजनीति को चुनेगी।

अंत में मांझी ने अपील की कि मतदाता बिहार के भविष्य के लिए **स्थिर और जवाबदेह सरकार** चुनें, ताकि राज्य की प्रगति की रफ्तार जारी रह सके।

 

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *