पूर्णिया जिले में मंगलवार देर रात एक दर्दनाक और रहस्यमयी घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। यूरोपियन कॉलोनी में एक ही परिवार के तीन सदस्यों—पति, पत्नी और बेटी की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला बसपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी और व्यवसायी नवीन कुशवाहा, उनकी पत्नी कंचन माला और बेटी तनु प्रिया की संदिग्ध मौत से जुड़ा है।
कैसे हुई घटना? परिवार का दावा—यह हादसा था
परिजनों के अनुसार, देर रात उनकी बेटी तनु प्रिया सीढ़ियों से गिर पड़ी। उसे बचाने की कोशिश में नवीन कुशवाहा भी गिर गए। यह दृश्य देखकर उनकी पत्नी सदमे में आ गईं और अस्पताल ले जाने पर तीनों की मौत हो गई। मृतक नवीन कुशवाहा के छोटे भाई व जेडीयू नेता निरंजन कुशवाहा ने इस पूरी घटना को एक हादसा बताया है।
डॉक्टरों ने जताई शंका: ‘सामान्य मौत नहीं लगती’
हालांकि परिवार इस घटना को अचानक हुई दुर्घटना बता रहा है, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि परिस्थितियां सामान्य मौत से अलग प्रतीत हो रही हैं।
डॉक्टर के अनुसार—
“सबसे पहले बेटी तनु प्रिया को लाया गया, फिर मां कंचन माला और करीब आधे घंटे बाद नवीन कुशवाहा को। नवीन के गले में निशान था। तीनों की स्थिति गंभीर थी और थोड़ी ही देर में क्रमशः तीनों की मृत्यु हो गई।”
शवों में मिले चोट के निशान, पुलिस कर रही जांच
पूर्णिया की एसपी स्वीटी सहरावत भी मौके पर पहुंचीं और पूरे मामले की जांच शुरू की। उन्होंने कहा कि तीनों शवों पर मिले निशानों और हालात को देखते हुए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बेहद महत्वपूर्ण होगी।
एसपी स्वीटी के अनुसार—
“नवीन कुशवाहा के गले में निशान हैं और बेटी तनु प्रिया के सिर में गंभीर चोट है। पत्नी पहले से बीमार थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा।”
पहले पहुंची पुलिस ने क्या कहा?
खजांची हाट थाना के एसआई उदय कुमार ने बताया—
“प्रथम दृष्टि में लगता है कि बेटी की मौत से सदमे में पिता की मृत्यु हुई और पति-बेटी की मौत देखकर पत्नी को हार्ट अटैक आया हो सकता है। फिर भी हर बिंदु पर जांच की जा रही है।”
तनु प्रिया थी मेडिकल की छात्रा
मृतक की बेटी तनु प्रिया मेडिकल की चौथे वर्ष की छात्रा थीं। इससे परिवार और परिचितों के बीच और भी अधिक संवेदनशीलता और भावनात्मक स्तर पर तनाव बढ़ गया है।
राजनीतिक नेताओं का जमावड़ा, जांच की मांग
घटना की सूचना मिलते ही इलाके के कई बड़े नेता अस्पताल पहुंचे। पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने परिवार को सांत्वना देते हुए विस्तृत जांच की मांग की।
उन्होंने कहा—
“यह घटना सामान्य नहीं लगती। प्रशासन निष्पक्ष जांच करे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही सच सामने आएगा।”
निष्कर्ष
पूर्णिया की यह त्रासदी कई तरह की शंकाओं और सवालों को जन्म दे रही है। क्या यह वास्तव में एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा था, या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश छिपी है? पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है और पूरे जिले की निगाहें अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिक गई हैं।
