6 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में कुल 121 सीटों पर मतदान होना है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से चुनाव आयोग और जिला प्रशासन लगातार रचनात्मक पहल कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब पटना जिले में मतदाता जागरूकता अभियान को एक नया आयाम मिला है। जिले के सभी सिनेमा हॉल संचालकों ने मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए एक अनोखा और सराहनीय निर्णय लिया है।
मतदान करने वालों को 50% छूट
सोमवार को समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सिनेमा घरों के संचालकों ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया कि 6 नवंबर को मतदान करने वाले सभी मतदाताओं को सिनेमा टिकट पर 50% की विशेष छूट दी जाएगी।
यह विशेष छूट 6 और 7 नवंबर 2025 को जिले के सभी सिनेमा हॉलों में प्रत्येक शो पर लागू होगी।
मतदाता को बस इतना करना होगा कि टिकट खरीदते समय अपनी स्याही लगी उंगली दिखानी है, जिसके बाद उसे तुरंत आधी कीमत में टिकट मिल जाएगा। प्रशासन का मानना है कि यह कदम खासकर युवाओं को मतदान केंद्र तक आकर्षित करेगा।
सिनेमा संचालकों ने दिखाई पहल
बैठक में मौजूद सिनेमा हॉल संचालकों ने कहा कि वे लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहे हैं। उनका कहना था कि
“हर वोट की कीमत है और अगर हमारी पहल से मतदान प्रतिशत बढ़ता है तो इससे बेहतर योगदान क्या हो सकता है।”
व्यावसायिक संस्थानों की इस भागीदारी को प्रशासन ने बेहद सकारात्मक कदम बताया है।
पटना प्रशासन का स्वीप अभियान बन रहा ‘जन-आंदोलन’
जिलाधिकारी ने कहा कि पटना में मतदाता जागरूकता (SVEEP) अभियान अब जन-जन का अभियान बनता जा रहा है। उन्होंने कहा—
“लोकतंत्र की जननी कहलाने वाले बिहार में, राजधानी पटना के हर नागरिक से अपेक्षा है कि वे 6 नवंबर को मतदान अवश्य करें।”
उन्होंने यह भी बताया कि जिला प्रशासन लगातार विभिन्न संस्थाओं, संगठनों, शिक्षण संस्थानों और युवा समूहों को शामिल कर एक सहभागितापूर्ण वातावरण तैयार कर रहा है। इस वजह से मतदाता जागरूकता अभियान अब सामाजिक अभियान का रूप ले चुका है।
अभियान में अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका
बैठक में अपर जिला दंडाधिकारी (सामान्य), जिला जनसंपर्क पदाधिकारी तथा सामान्य शाखा के प्रभारी पदाधिकारी सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर इस निर्णय को जनहित और लोकतांत्रिक मजबूती की दिशा में अहम कदम बताया।
6 नवंबर को सिर्फ मतदान नहीं, लोकतंत्र का उत्सव
जिला प्रशासन का यह प्रयास पटना को उन जिलों की श्रेणी में ला खड़ा करता है जहाँ मतदाता सहभागिता को लेकर उत्साह चरम पर है।
6 नवंबर का दिन केवल मतदान का दिन नहीं रहेगा बल्कि लोकतंत्र के उत्सव के रूप में मनाया जाएगा—
जहाँ हर मतदाता गर्व से कहेगा:
“हाँ, मैंने मतदान किया है!”
