हैदराबाद
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक बार फिर दुनिया को दिखा दिया कि खेल में जुनून, प्रतिभा और जज्बा हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। यह जीत सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास का एक सुनहरा अध्याय है जिसने करोड़ों भारतीयों का दिल गर्व से भर दिया।
नवी मुंबई के DY पाटिल स्टेडियम में खेले गए इस रोमांचक फाइनल में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट पर 298 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 246 पर ऑल आउट हो गई और भारत ने 52 रनों से मुकाबला जीतकर विश्व कप पर कब्जा जमा लिया।
✅ मंधाना का ऐतिहासिक कारनामा — एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन
फाइनल मुकाबले में 45 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलने वाली स्मृति मंधाना ने टूर्नामेंट के इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की।
उन्होंने एक ही वर्ल्ड कप संस्करण में सबसे अधिक रन बनाने वाली भारतीय खिलाड़ी का नया रिकॉर्ड बनाया।
उन्होंने 434 रन बनाए — यह रिकॉर्ड उन्होंने मिताली राज (409 रन, 2017) को पीछे छोड़कर हासिल किया।
भारत की ओर से वनडे वर्ल्ड कप में एक संस्करण में सर्वाधिक रन:
✅ स्मृति मंधाना – 434 (2025)
* मिताली राज – 409 (2017)
* पूनम राउत – 381 (2017)
* हरमनप्रीत कौर – 359 (2017)
स्मृति की निरंतरता और बड़े मौकों पर जिम्मेदारी का प्रदर्शन भारत की जीत का मुख्य स्तंभ साबित हुआ।
✅ लौरा वोल्वार्ट ने भी रचा शानदार इतिहास
हालाँकि दक्षिण अफ्रीका फाइनल हार गई, लेकिन उनकी कप्तान **लौरा वोल्वार्ट** ने टूर्नामेंट के इतिहास में नए कीर्तिमान स्थापित किए।
वोल्वार्ट **महिला वनडे विश्व कप में सबसे अधिक रन बनाने वाली दूसरी खिलाड़ी** बन गईं।
उन्होंने **1328 रन** पूरे किए — उनसे आगे सिर्फ न्यूजीलैंड की **डेबी हॉकले (1501 रन)* हैं।
इसके साथ ही उन्होंने एक और अनोखा रिकॉर्ड बनाया —
✅ वोल्वार्ट सेमीफाइनल और फाइनल दोनों में शतक लगाने वाली दुनिया की दूसरी खिलाड़ी बनीं।
उनसे पहले यह हासिल किया था:
एलिसा हीली (ऑस्ट्रेलिया, 2022)
✅ दीप्ति शर्मा ने इतिहास बदल दिया — फाइनल में 5 विकेट
भारत की ऑफ-स्पिनर दीप्ति शर्मा इस जीत की सबसे बड़ी हीरो में से एक रहीं।
फाइनल मुकाबले में उन्होंने 5 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की कमर तोड़ दी।
इसके साथ ही वह भारत की ओर से महिला विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली दूसरी गेंदबाज बन गईं।
भारत के लिए महिला वर्ल्ड कप में सर्वाधिक विकेट:
* ✅ झूलन गोस्वामी — 43
* ✅ दीप्ति शर्मा — 32
* डायना एडुल्जी — 31
* नीतू डेविड — 30
दीप्ति की कसी हुई गेंदबाजी ने मैच को भारत के पक्ष में निर्णायक रूप से मोड़ा।
✅ ऋचा घोष — 12 छक्के और खतरनाक स्ट्राइक रेट
भारत की नई फिनिशर ऋचा घोष टूर्नामेंट की सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में से एक बनकर उभरीं।
ऋचा ने एक वर्ल्ड कप संस्करण में 12 छक्के लगाकर इस रिकॉर्ड की संयुक्त नंबर-1 खिलाड़ी बन गईं।
एक एडिशन में सबसे ज्यादा छक्के:
✅ ऋचा घोष — 12 (2025)
* डिएंड्रा डॉटिन — 12 (2013)
* लिज़ेल ली — 12 (2017)
सबसे खास बात —
ऋचा ने 41 से 50 ओवर के बीच 167.7 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए, जो पूरे टूर्नामेंट में सबसे अधिक रहा।
✅ भारत की चैंपियन कप्तान — हरमनप्रीत का अनोखा रिकॉर्ड
भारत की अनुभवी कप्तान हरमनप्रीत कौर ने विश्व क्रिकेट में इतिहास लिखा।
वह बनीं —
✅ महिला वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली सबसे उम्रदराज कप्तान (36 साल 239 दिन)
उनकी सोच, संयम और नेतृत्व ने भारत को बड़े दबाव वाले मैचों में मजबूती से आगे बढ़ाया।
✅ शफाली वर्मा — सबसे कम उम्र में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’
21 साल और 279 दिन कीशफाली वर्मा ने वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल या फाइनल में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बनने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनकर एक अनोखा रिकॉर्ड स्थापित किया।
उनकी आक्रामक पारी ने भारत के अभियान को मजबूती दी।
✅ वर्ल्ड कप फाइनल 2025 — एक नजर में बड़े रिकॉर्ड
✅ भारत पहली बार बना विश्व चैंपियन जिसने टूर्नामेंट में 3 मैच हारे हों
✅ वोल्वार्ट — महिला वर्ल्ड कप फाइनल में शतक लगाने वाली **पहली कप्तान**
✅ ऋचा घोष — डेथ ओवरों में सर्वाधिक स्ट्राइक रेट
✅ दीप्ति — नॉकआउट मैच में 5 विकेट लेने वाली भारत की पहली गेंदबाज
✅ भारत की गेंदबाजी ने SA को 45 ओवर में ध्वस्त किया
✅ फाइनल मैच का संक्षिप्त सार
**भारत — 298/7 (50 ओवर)**
* शफाली — 64
* मंधाना — 45
* जेमिमा — 72
* ऋचा — 46*(18 गेंद में)
* भारत के अंतिम पाँच ओवर — 74 रन
**दक्षिण अफ्रीका — 246 ऑल आउट**
* वोल्वार्ट — 115
* तहुहु — 28
* दीप्ति — 5/39
* स्नेह राणा — 2 विकेट
✅ भारत की ऐतिहासिक जीत — पूरे देश में जश्न
जैसे ही भारत ने फाइनल जीता, सोशल मीडिया से लेकर स्टेडियम तक हर जगह खुशियों का माहौल बन गया।
हरमनप्रीत की टीम की यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी सफलता के रूप में दर्ज हो गई है।
यह वर्ल्ड कप सिर्फ एक जीत नहीं —
✅ महिलाओं के क्रिकेट का नया युग है
✅ भारत की नई पीढ़ी की ताकत है
✅ महिला शक्ति का ऐतिहासिक प्रदर्शन है
