खरीक थाना क्षेत्र एक बार फिर दबंगई और रंगदारी की घटना से दहल उठा है। थाना में पदस्थ चौकीदार मुरारी पासवान के भाई छोटू पासवान की करतूत बुधवार की देर रात सामने आयी, जब उसने नशे की हालत में दो युवकों को तलवार की नोक पर रोककर रंगदारी मांगी और हमला कर दिया। घटना 14 नंबर सड़क स्थित कलानंद चौक के पास की है, जहां देर रात सैलून संचालक प्रिंस कुमार अपने दुकान बंद कर बाइक से घर लौट रहे थे।

पीड़ित प्रिंस कुमार ने थाना में दर्ज प्राथमिकी में बताया कि वह बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे के आसपास सैलून बंद कर घर लौट रहे थे। तभी ठाकुरबाड़ी चौक के पास पहले से मौजूद छोटू पासवान ने तलवार लहराते हुए उन्हें रोक लिया। नशे की हालत में छोटू ने पहले उन्हें डराया-धमकाया और फिर पांच हजार रुपये रंगदारी की मांग की। जब प्रिंस कुमार ने पैसे देने से इनकार किया तो छोटू ने तलवार से उन पर हमला कर दिया। वार बाइक की टंकी पर लगा, जिससे वह बाल-बाल बच गये। इसके बाद दबंग छोटू ने उनकी जेब से जबरन एक हजार रुपये निकाल लिये और जान से मारने की धमकी दी।

इसी दौरान, परवत्ता थाना क्षेत्र के बहत्तरा गांव निवासी रजनीकांत साह दूसरी बाइक से वहां से गुजर रहे थे। छोटू ने उन्हें भी रोक लिया और उन पर भी तलवार से हमला कर दिया। दोनों की बाइक को उसने क्षतिग्रस्त कर दिया। लोगों में अफरा-तफरी मच गयी और आसपास के लोग डर से अपने घरों में छिप गये। बताया गया कि घटना के बाद छोटू तलवार लेकर प्रिंस कुमार के घर की ओर बढ़ रहा था, लेकिन तभी किसी ने इसकी सूचना थाना को दी।

सूचना मिलते ही खरीक पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए छोटू पासवान को मौके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों क्षतिग्रस्त बाइक को जब्त कर थाना ले गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपित छोटू पासवान के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि छोटू पासवान आए दिन शराब के नशे में उपद्रव करता रहता है। चौकीदार का भाई होने के कारण अक्सर पुलिस से बच निकलता था। लेकिन इस बार मामला गंभीर होने के कारण पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह के दबंग तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनी रहे और आम लोग सुरक्षित महसूस कर सकें। खरीक थाना पुलिस का कहना है कि इलाके में गश्ती बढ़ा दी गयी है और किसी भी प्रकार की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सत्ता या वर्दी से जुड़े लोगों के परिजनों की दबंगई कानून से ऊपर नहीं है। पुलिस की तत्परता से यह मामला बड़े हादसे में बदलने से बच गया।

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