खरीक। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान खरीक प्रखंड क्षेत्र के तेलघी गांव में गुरुवार को एनडीए समर्थित विधायक सह प्रत्याशी ई. कुमार शैलेंद्र और निर्दलीय प्रत्याशी अवनीश कुमार के समर्थकों के बीच जमकर विवाद हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट, गाली-गलौज और तोड़फोड़ तक की नौबत आ गई। दोनों ओर से कई लोग घायल हो गए। इस घटना को लेकर खरीक थाना में दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
पहली ओर से तेलघी निवासी सुनील झा ने निर्दलीय प्रत्याशी अवनीश कुमार समेत 14 नामजद और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। आवेदन में उन्होंने बताया कि बुधवार की शाम करीब चार बजे अवनीश कुमार की पत्नी, मां, बेटे, बहन, भांजा और कई समर्थक उनके मोहल्ले में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। प्रचार के दौरान वे लोग ई. शैलेंद्र मुर्दाबाद, नीतीश कुमार मुर्दाबाद और मोदी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो निर्दलीय प्रत्याशी की पत्नी और अन्य महिला समर्थकों ने गाली-गलौज शुरू कर दी।
सुनील झा ने कहा कि इसके बाद अवनीश कुमार को फोन कर बुलाया गया, जो करीब आधे घंटे बाद 25-30 समर्थकों के साथ हरवे-हथियार से लैस होकर वहां पहुंचे। आरोप है कि वे लोग घर में घुस गए, तोड़फोड़ की और उन्हें खींचकर बाहर ले जाने की कोशिश की। इस दौरान बचाव के लिए आई महिलाओं के साथ भी मारपीट व अभद्रता की गई। झड़प में सुनील झा की भतीजी के गले से दो भर का सोने का चेन भी छीन लिया गया।
वहीं, दूसरी ओर निर्दलीय प्रत्याशी अवनीश कुमार की मां वंदना देवी ने भी खरीक थाना में आवेदन देकर सुनील झा समेत 11 नामजद और कई अज्ञात लोगों पर हमला करने का आरोप लगाया है। अपने आवेदन में उन्होंने लिखा है कि वे अपने पुत्र अवनीश कुमार के चुनाव प्रचार के लिए परिवार और समर्थकों के साथ तेलघी गांव गई थीं। जैसे ही झा टोला पहुंचीं, वहां मौजूद कुछ लोगों ने कहा कि यह ई. शैलेंद्र का गांव है, यहां किसी दूसरे प्रत्याशी को प्रचार करने नहीं देंगे।
वंदना देवी ने बताया कि जब उन्होंने प्रचार का अधिकार सबको समान बताया, तो आरोपितों ने प्रचार में शामिल महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस घटना में उनकी बेटी, बहू, पोती, नाती और कई समर्थक घायल हो गए। आरोप लगाया गया कि झड़प के दौरान उनकी बेटी के गले से तीन भर का सोने का चेन भी छीन लिया गया। वंदना देवी ने अपने आवेदन में यह भी कहा है कि यह पूरा हमला विधायक ई. शैलेंद्र के निर्देश पर उनके गुंडों द्वारा सुनियोजित तरीके से किया गया है।
घटना के बाद दोनों पक्षों के घायलों का इलाज खरीक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में कराया गया। दोनों पक्षों के समर्थकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है, हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
खरीक थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों के आवेदन के आधार पर अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि घटना की गहराई से जांच की जा रही है। सभी घायलों के बयान लिए जा रहे हैं और घटनास्थल का निरीक्षण भी किया गया है। पुलिस ने कहा कि जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
तेलघी गांव में हुए इस झगड़े ने चुनावी माहौल को और भी गर्मा दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा अब व्यक्तिगत कटुता में बदलती जा रही है। प्रशासन अब इस मामले को गंभीरता से लेकर शांति बहाल करने में जुटा है ताकि चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके।

