बिहार विधानसभा चुनाव के बीच गया जिले से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। एनडीए प्रत्याशी एवं निवर्तमान विधायक अनिल कुमार के काफिले पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। यह घटना टिकारी प्रखंड के बेलमा पंचायत अंतर्गत दिघौरा गांव की बताई जा रही है। इस हमले में अनिल कुमार सहित उनके कई समर्थक घायल हो गए हैं, जबकि काफिले में शामिल कई वाहनों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
सूत्रों के अनुसार, अनिल कुमार अपने समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार के लिए निकले थे। इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने रास्ते में उनके काफिले को रोक लिया और अचानक ईंट-पत्थर तथा गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में अनिल कुमार को हाथ में फ्रैक्चर और पैर में चोटें आई हैं। कई समर्थक भी घायल बताए जा रहे हैं।
हम प्रत्याशी अनिल कुमार ने बताया —
> “मैं प्रचार कार्यक्रम से लौट रहा था। टिकारी प्रखंड के दिघौरा गांव के पास अचानक कुछ लोगों ने हमारे काफिले को रोक लिया। उन्होंने कहा ‘उतरो गाड़ी से’, और जैसे ही मैं उतरा, मुझ पर और मेरे साथियों पर हमला कर दिया गया। ईंट-रोड़े चलने लगे, जिससे मेरा हाथ टूट गया और पैर में भी चोट आई। मेरे कई समर्थक घायल हुए हैं।”
घटना की पुष्टि अनिल कुमार के प्रतिनिधि संजय कुमार ने भी की है। उन्होंने बताया कि “हम पार्टी का एक कार्यक्रम मऊ में था, जिसमें मुख्य रूप से पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा शामिल हुए थे। कार्यक्रम से लौटने के दौरान दिघौरा गांव के पास कुछ लोगों ने हमारे काफिले को रोककर हमला कर दिया। उन्होंने न केवल पथराव किया बल्कि गोलीबारी भी की। कई वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया और कुछ लोगों को बंधक बनाने की कोशिश भी की गई।”
हमले की सूचना मिलते ही टिकारी एसडीपीओ सुशांत कुमार चंचल के नेतृत्व में पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। इलाके में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
एसडीपीओ सुशांत कुमार चंचल ने कहा —
> “घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। मैं खुद घटनास्थल पर पहुंचा हूं। मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
गया जिले की टिकारी विधानसभा सीट से एनडीए घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रत्याशी अनिल कुमार सिंह राज्य की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम हैं। वे कई बार विधायक रह चुके हैं।
अनिल कुमार पहली बार फरवरी 2005 में लोजपा के टिकट पर और अक्टूबर 2005 में जेडीयू से कोंच विधानसभा सीट से विधायक बने थे। 2010 में उन्होंने टिकारी से जेडीयू उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की थी, जबकि 2020 में हम पार्टी के टिकट पर टिकारी से विधायक निर्वाचित हुए।
घटना के बाद टिकारी क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण है। पुलिस प्रशासन ने पूरे इलाके में चौकसी बढ़ा दी है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में रोष है और एनडीए समर्थकों ने दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि चुनावी माहौल के बीच इस तरह की घटनाएं राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। वहीं, प्रशासन का कहना है कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी हालत में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
