बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां पूरी तेजी के साथ चल रही हैं। पहले चरण के मतदान को लेकर राज्य सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है। इसके तहत मतदान वाले दिन सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। शिक्षा विभाग को इस संबंध में सभी जिलों में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

सरकार का यह कदम मतदान प्रक्रिया को सुचारू और व्यवस्थित बनाने के लिए उठाया गया है। अधिकतर मतदान केंद्र स्कूलों और कॉलेजों के परिसरों में स्थित हैं। ऐसे में इन संस्थानों के बंद रहने से मतदाताओं के लिए मतदान करना आसान होगा और किसी तरह की रुकावट नहीं आएगी। इसके साथ ही शिक्षक और कर्मचारी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी कर सकेंगे।

पहले चरण के मतदान में उत्तर और दक्षिण बिहार के 17 जिलों शामिल हैं। ये जिले हैं:
पटना, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, बक्सर और भोजपुर।

इन जिलों की कुल 121 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक निर्धारित किया गया है। राज्य में विधानसभा चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को किया जाएगा। मतगणना की प्रक्रिया 14 नवंबर को संपन्न होगी।

पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 17 अक्टूबर (शुक्रवार) तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। अगले दिन, 18 अक्टूबर, नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। जो उम्मीदवार किसी कारण से अपना नामांकन वापस लेना चाहते हैं, वे 20 अक्टूबर तक ऐसा कर सकते हैं।

सरकार का यह निर्णय न केवल मतदान प्रक्रिया को व्यवस्थित बनाने के लिए है, बल्कि इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि मतदाता, शिक्षक और कर्मचारी सभी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में पूरी तरह शामिल हो सकें। इसके साथ ही मतदान केंद्रों के आसपास भीड़ और असुविधा कम होगी, जिससे निर्वाचन प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनेगी।

इस तरह बिहार में पहले चरण के चुनाव को सुव्यवस्थित, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

 

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