बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है। इसी बीच भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह ने यह साफ कर दिया है कि वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
शनिवार को पवन सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स (X)’ पर लिखा,
> “मैं, पवन सिंह, अपने भोजपुरीया समाज को बताना चाहता हूं कि मैंने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ज्वाइन नहीं की थी और न ही मुझे चुनाव लड़ना है। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूं और रहूंगा।”
हाल ही में पवन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में वापसी की थी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, तथा राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा था—
> “जातिवादी राजनीति के पोषकों के दिल पर आज यह फोटो देखकर सांप लोट रहा होगा। लेकिन जिनके दिल में विकसित बिहार का सपना बसता है, वो कब तक एक-दूसरे से दूर रह सकते हैं। गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात हुई और उन्होंने दिल से आशीर्वाद दिया। मोदी और नीतीश के सपनों का बिहार बनाने में आपका बेटा पवन पूरा पावर लगाएगा।”
इस पोस्ट के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पवन सिंह भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन अब उन्होंने सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था, मगर उन्होंने टिकट ठुकरा दिया और बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में काराकाट से चुनाव लड़ा।
काराकाट सीट से उनकी उम्मीदवारी ने सियासी माहौल गर्मा दिया था। इस चुनाव में भाकपा (माले) के उम्मीदवार राजाराम सिंह ने पवन सिंह को 1,05,858 मतों के अंतर से हराया था, जबकि उपेंद्र कुशवाहा तीसरे स्थान पर रहे थे।
अब पवन सिंह के विधानसभा चुनाव न लड़ने के ऐलान के बाद, बिहार की सियासत में एक नई चर्चा शुरू हो गई है।
