नवरात्र की महाअष्टमी के पावन अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राजधानी पटना में माता भगवती के विभिन्न मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने राज्यवासियों की सुख, शांति, समृद्धि और प्रगति के लिए माता से विशेष प्रार्थना की।

 

सुबह मुख्यमंत्री सबसे पहले पटना के अगमकुओं स्थित प्रसिद्ध शीतला माता मंदिर पहुँचे। यहाँ उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना की और मां शीतला से बिहार की खुशहाली एवं जनता के कल्याण की कामना की। मंदिर परिसर में मौजूद पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मुख्यमंत्री को पूजन-विधि कराई।

 

इसके बाद मुख्यमंत्री पटना सिटी के प्रसिद्ध बड़ी पटनदेवी मंदिर एवं छोटी पटनदेवी मंदिर पहुँचे। नवरात्र के दौरान यहाँ श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। बड़ी पटनदेवी और छोटी पटनदेवी को पटना नगर की आराध्य देवियां माना जाता है। मुख्यमंत्री ने इन मंदिरों में भी जाकर विधिवत पूजा की और माता से बिहार में शांति, सौहार्द और प्रगति का आशीर्वाद माँगा।

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहीं नहीं रुके। वे मारूफगंज स्थित श्री श्री बड़ी देवी जी और दलहट्टा देवी जी मंदिर भी गए। वहाँ भी उन्होंने माता भगवती दुर्गा की विधिवत पूजा-अर्चना की और श्रद्धालुओं से भेंट की। पूजा के पश्चात मारूफगंज मारवाड़ी सेवा समिति की ओर से मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र, पाग और प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

 

पूरे अवसर पर धार्मिक उत्साह और भक्ति का माहौल व्याप्त रहा। मंदिरों में नवरात्र की महाअष्टमी पर विशेष सजावट की गई थी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए मौजूद थे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम किए थे।

 

मुख्यमंत्री के साथ इस धार्मिक यात्रा में उनके प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, सचिव श्री अनुपम कुमार एवं श्री कुमार रवि, विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, पटना प्रमंडल आयुक्त डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, पटना जिला अधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम., वरीय पुलिस अधीक्षक श्री कार्तिकेय के. शर्मा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

 

पूजा-अर्चना के दौरान आयोजकगण और स्थानीय श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री के साथ माता भगवती का आशीर्वाद लिया और राज्य की खुशहाली के लिए सामूहिक प्रार्थना की।

 

मुख्यमंत्री की इस धार्मिक यात्रा ने लोगों के बीच सकारात्मक संदेश दिया। उन्होंने अपने आचरण से यह संदेश देने की कोशिश की कि नवरात्र केवल पूजा का पर्व नहीं बल्कि आत्मबल, सद्भाव और समाज में शांति स्थापित करने का माध्यम भी है।

 

नवरात्र की महाअष्टमी पर मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत संगम रहा। इस दौरान पटना शहर भक्ति और उत्साह से ओत-प्रोत दिखा। मुख्यमंत्री ने माता के चरणों में राज्य की जनता की समृद्धि, शांति और सुख-समृद्ध भविष्य की मंगल कामना करते हुए अपने श्रद्धा भाव प्रकट किए।

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