आज जिलाधिकारी **श्री दीपेश कुमार** की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें **नगर निकाय क्षेत्र में यातायात के समुचित प्रबंधन** के लिए चलाए जा रहे प्रयासों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में शहर में यातायात की वर्तमान स्थिति, नियम उल्लंघन की घटनाओं और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में यह तथ्य सामने आया कि शहरी क्षेत्र में यातायात व्यवस्था के बेहतर प्रबंधन और निगरानी के लिए एक विशेष **कमिटी का गठन** किया गया है। इस कमिटी में **नगर आयुक्त, नगर निगम सहरसा, पुलिस उपाधीक्षक (यातायात), जिला परिवहन पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी सदर** शामिल हैं। कमिटी नियमित रूप से यातायात नियंत्रण, नियम उल्लंघन रोकने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपाय करती है।
जिलाधिकारी ने बैठक में निर्देश दिए कि **यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई** की जाए और हैमलेट चेकिंग अभियान में तेजी लाई जाए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि यातायात व्यवस्था सुचारू बनाने में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके तहत रोड पर ट्रैफिक गार्डों की तैनाती, मोबाइल जाँच और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना प्राथमिकता होगी।
बैठक में उपस्थित **सदर विधायक श्री आलोक रंजन, अपर समाहर्ता श्री निशांत, जिला परिवहन पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी** ने भी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि तकनीकी साधनों और आधुनिक निगरानी उपकरणों का उपयोग करके नियम उल्लंघन पर रोक लगाई जा सकती है। इसके साथ ही जनता में सड़क सुरक्षा और नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।
जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने बैठक के समापन में कहा कि शहरी क्षेत्र में सुचारू यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन नियमित अभियान और निगरानी के जरिए शहरवासियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को कहा कि यातायात प्रबंधन में सभी विभागों के समन्वय को मजबूत किया जाए ताकि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था व्यवस्थित और सुरक्षित बनी रहे।
- बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शहर में **नियमित सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान** चलाए जाएंगे और यातायात नियमों के उल्लंघन के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इसके परिणामस्वरूप आने वाले समय में नगर निगम क्षेत्र में यातायात व्यवस्था और सार्वजनिक सुरक्षा में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
