सड़क पर तेज रफ्तार और लापरवाही का शिकार बनी एक बुजुर्ग महिला ने आखिरकार इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सहरसा जिले के महिषी थाना क्षेत्र के सरौनी गांव में हुए इस हादसे से पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

 

पूरा मामला महिषी थाना क्षेत्र अंतर्गत सरौनी स्थित पूर्वी कोसी बांध किनारे का है। मृतका की पहचान सरौनी वार्ड नंबर एक निवासी नथन राम की 60 वर्षीय पत्नी **सीता देवी** के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि सीता देवी रोज की तरह अपने घर के समीप बांध किनारे बैठी थीं। इसी दौरान तेज रफ्तार से आ रहा एक बाइक चालक अनियंत्रित होकर सीता देवी को जोरदार टक्कर मार गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि महिला गंभीर रूप से घायल होकर मौके पर ही गिर पड़ीं।

 

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तत्काल उन्हें स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया। घायल महिला को सहरसा के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया। लेकिन कई घंटे जीवन और मौत से जूझने के बाद बुधवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस खबर के बाद परिजनों में कोहराम मच गया और पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया।

 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद बाइक चालक वाहन मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। सूचना मिलते ही महिषी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की।

 

सदर थानाध्यक्ष **सुबोध कुमार** ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। फरार बाइक चालक की पहचान की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर कानूनन कार्रवाई की जाएगी।

 

गांव वालों का कहना है कि बांध किनारे सड़क पर वाहनों की तेज रफ्तार के कारण इस तरह की दुर्घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मार्ग पर यातायात नियंत्रण के उपाय किए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

 

इस दर्दनाक हादसे ने एक साधारण परिवार से उसकी माँ और घर की मुखिया को छीन लिया। परिजनों का कहना है कि सीता देवी परिवार की नींव थीं, उनकी मौत से पूरा परिवार टूट गया है। गमगीन माहौल में अब एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर सड़कों पर कब तक लोग तेज रफ्तार और लापरवाह चालकों की भेंट चढ़ते रहेंगे।

 

यह हादसा केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की चेतावनी है कि सड़क पर थोड़ी सी लापरवाही भी किसी की जिंदगी छीन सकती है। प्रशासन और आमजन दोनों को मिलकर यातायात अनुशासन की जिम्मेदारी लेनी होगी, तभी ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है।

 

 

By admin

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