सहरसा। जिले से इस वक्त बड़ी खबर सामने आई है। सिमरी बख्तियारपुर में सोमवार को पुलिस अभिरक्षा में ले जाए जा रहे एक आरोपी की ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी। चौंकाने वाली बात यह रही कि यह घटना अधिकारियों की मौजूदगी में हुई। बताया जा रहा है कि एसडीओ आलोक रॉय और डीएसपी मुकेश कुमार ठाकुर मौके पर मौजूद थे, लेकिन भारी भीड़ के सामने पुलिस बेबस नजर आई।

आरोपी की पहचान धीरेन्द्र शाह उर्फ धीरू, निवासी भटपुरा गांव के रूप में हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि धीरू ने अपने साथियों के साथ मिलकर कलावती देवी के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश व्याप्त था। सोमवार को जैसे ही पुलिस आरोपी को लेकर पहुंची, ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में लोग पुलिस को धक्का-मुक्की कर आरोपी पर टूट पड़े।

भीड़ ने आरोपी की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन स्थिति इतनी बेकाबू हो गई कि पुलिसकर्मी आरोपी को बचाने में नाकाम साबित हुए। मौके पर मौजूद पुलिस बल और अधिकारी पूरी तरह से असहाय नजर आए। हालात इतने बिगड़ गए कि कई पुलिसकर्मियों को अपनी जान बचाने के लिए सर्विस पिस्टल लहरानी पड़ी।

घटनाक्रम के दौरान कई पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल भी हो गए। ग्रामीणों का गुस्सा इतना प्रबल था कि वे किसी भी कीमत पर आरोपी को बख्शना नहीं चाहते थे। उधर, पुलिसकर्मी बार-बार भीड़ को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन भीड़ का आक्रोश और बढ़ता गया।

अंततः सिमरी बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार ठाकुर ने अपने दलबल के साथ कड़ी मशक्कत कर आरोपी को भीड़ के चंगुल से निकालने में सफलता पाई। इसके बाद उसे सुरक्षित थाने ले जाया गया। घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।

ग्रामीणों का कहना है कि धीरू और उसके साथियों ने अमानवीय अपराध को अंजाम दिया है, इसलिए वह किसी भी प्रकार की नरमी के लायक नहीं है। उनका गुस्सा इस बात को लेकर भी था कि आरोपी को पुलिस सुरक्षा मुहैया करा रही है जबकि पीड़िता के परिजनों को अब तक न्याय नहीं मिला है।

इस घटना के बाद प्रशासन के लिए कानून-व्यवस्था बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और हालात पर नजर रखी जा रही है। अधिकारियों ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कठोर सजा दिलाई जाएगी।

स्थानीय लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर कैसे पुलिस और अधिकारी मौजूद रहने के बावजूद भीड़ आरोपी तक पहुंच गई। यह घटना कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।

फिलहाल, इलाके में तनाव व्याप्त है और पुलिस लगातार गश्त कर रही है। प्रशासन का कहना है कि किसी भी स्थिति में कानून को हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी और जो लोग भीड़ में शामिल होकर हिंसा फैला रहे थे, उनकी पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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