सहरसा : जिले में 102 एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल सोमवार को समाप्त हो गई। ये कर्मी बिहार राज्य 102 एंबुलेंस संघ के बैनर तले 11 सितंबर से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। उनकी मुख्य मांगों में 12 घंटे ड्यूटी का उचित भुगतान, मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और ऐप की सुविधा शामिल थी।
लगातार वार्ता के बाद कंपनी जेनप्लस प्राइवेट लिमिटेड और कर्मियों के बीच समझौता हुआ। कंपनी ने कर्मियों की अधिकांश मांगें मान ली हैं। अब 12 घंटे की ड्यूटी के अनुरूप भुगतान होगा और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही कंपनी ने एंबुलेंस कर्मियों की सुरक्षा और सम्मान को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रावधान करने का आश्वासन भी दिया है।
जिला एंबुलेंस कर्मी सचिव दिलीप कुमार ने बताया कि “हमारी सभी मांगें मान ली गई हैं, हमें कुशल श्रमिक के रूप में रखा गया है, इसलिए हम लोग काम पर लौट रहे हैं।”
हड़ताल खत्म होने के बाद जिले की स्वास्थ्य सेवाएं फिर से सामान्य हो गई हैं। मरीजों को अब एंबुलेंस सुविधा का लाभ आसानी से मिल पा रहा है। यह समझौता न केवल कर्मियों के लिए राहत भरा है बल्कि आम जनता के लिए भी बड़ी राहत साबित हुआ है।
करीब पाँच दिनों तक बंद रही 102 एंबुलेंस सेवा से मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। अब कर्मियों के काम पर लौटने से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार आ गया है और मरीजों को समय पर एंबुलेंस उपलब्ध हो रही है।