भागलपुर से कोलकाता जा रही एक निजी यात्री बस से पश्चिम बंगाल पुलिस ने भारी मात्रा में नकदी बरामद की है। पूर्व बर्धमान जिले के मेमारी थाना पुलिस ने गुरुवार की आधी रात एनएच-19 पर पलसित टोल प्लाजा के पास छापेमारी कर बस से 72 लाख रुपये जब्त किए। पुलिस ने मौके से चार लोगों को गिरफ्तार भी किया, जिनमें बस चालक, खलासी और एक यात्री शामिल हैं। इस कार्रवाई के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, बस के अंदर दो बैगों में बड़ी मात्रा में कैश रखा गया था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बस की तलाशी ली तो यह रकम बरामद हुई। जब पुलिस ने आरोपितों से रुपये के संबंध में पूछताछ की, तो वे न तो वैध कागजात प्रस्तुत कर सके और न ही संतोषजनक जवाब दे पाए। इसके बाद पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर रकम जब्त कर ली। रुपये की गिनती के लिए नोट काउंटिंग मशीन तक मंगानी पड़ी।

गिरफ्तार आरोपितों की पहचान नवीन कुमार सिंह और बबलू दास (दोनों चालक), कृष्ण दास (खलासी) और शंभुनाथ (यात्री) के रूप में हुई है। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि सभी आरोपित भागलपुर और बांका जिले के निवासी हैं। फिलहाल इन्हें बर्धमान जिला अदालत में पेश किया गया, जहां से चारों को पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि बरामद नकदी किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है। विशेषकर इस वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पुलिस को संदेह है कि यह रकम चुनावी गतिविधियों में उपयोग की जानी थी। इसी कोण से पूरे मामले की जांच तेज कर दी गई है। जांच टीम इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही है कि इतनी बड़ी नकदी किसके इशारे पर और किस उद्देश्य से ले जाई जा रही थी।

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई चुनाव पूर्व कई बार देखी जाती रही है, जहां अवैध कैश को विभिन्न राज्यों से भेजा जाता है। पुलिस अब इस मामले में धन के स्रोत और गंतव्य की पड़ताल कर रही है। चारों आरोपितों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है, ताकि पर्दे के पीछे छिपे बड़े नामों और साजिश का खुलासा हो सके।

इस बरामदगी के बाद प्रशासन ने साफ संकेत दिया है कि चुनाव से पहले अवैध धन के प्रवाह पर रोक लगाने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं और हर वाहन की सघन जांच की जा रही है। बर्धमान जिले की यह कार्रवाई इसी सतर्कता का नतीजा मानी जा रही है।

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