भागलपुर ममलखा पंचायत के चायचक और मसाड़ु गांव गंगा नदी के लगातार हो रहे कटाव से तबाह हो रहे हैं। वर्षों से चली आ रही इस समस्या ने अब विकराल रूप ले लिया है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन और सरकार ने अब तक इस पर कोई ठोस और स्थायी समाधान नहीं किया है। कटाव की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दर्जनों परिवार बेघर हो चुके हैं, और सैकड़ों लोग हर रोज डर के साए में जीवन बिता रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उनके घर हर पल गंगा में समा जाने के खतरे में हैं। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता बन चुकी है। कई परिवारों के पास न तो रहने की सुरक्षित जगह बची है, न ही रात को चैन की नींद नसीब हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि वे सालों से अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला है – कार्रवाई नहीं।
गांवों के लगातार उजड़ने और जीवन संकट में पड़ने से अब लोगों का धैर्य टूट चुका है। इसी के चलते चायचक और मसाड़ु गांव के आक्रोशित ग्रामीणों ने एलान कर दिया है कि अगर सरकार ने जल्द से जल्द गंगा कटाव से निपटने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए, तो वे आगामी विधानसभा चुनावों में वोट का बहिष्कार करेंगे।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि अब यह केवल एक स्थानीय समस्या नहीं रही, बल्कि एक **मानवीय संकट** बन चुका है। यह सिर्फ मिट्टी का कटाव नहीं है, बल्कि लोगों की ज़िंदगी, रोज़गार, शिक्षा और भविष्य कटाव की चपेट में हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कटावग्रस्त इलाकों में तुरंत बचाव कार्य शुरू किया जाए और प्रभावित परिवारों के लिए सुरक्षित आवास की व्यवस्था की जाए।
ग्रामीणों के इस ऐलान के बाद अब निगाहें प्रशासन पर हैं कि वह इस गहराते संकट पर कितना संवेदनशील और सक्रिय रुख अपनाता है।
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
हमारे न्यूज़ चैनल की शक्ति और विश्वसनीयता के साथ, हमें आपके साथ आगे बढ़ने का गर्व होगा। अगर आप अपने व्यवसाय की गरिमा बढ़ाना और एक बड़े निर्माण में भागीदार बनना चाहते हैं, तो हमारे न्यूज़ चैनल के स्पॉन्सरशिप अवसर आपके लिए उपयुक्त हैं।हमारे साथ सहयोग करके, आप अपने व्यवसाय के प्रतिष्ठा और बढ़ावा प्राप्त कर सकते हैं। हमारे विशेषज्ञ रिपोर्टर टीम नवीनतम और ताजगी की खबरों का प्रसारण करती है और हमारे दर्शकों की आंतरदृष्टि में बदलाव लाती है।
हमारी प्रमुखताओं में विश्वसनीयता, विविधता और भारतीय मान्यताओं के साथीकृत खबरें शामिल हैं। हमें गर्व होगा यदि आप हमारे साथ जुड़कर आपके व्यवसाय के विकास में मदद कर सकें।जल्दी से संपर्क करें और हमारे स्पॉन्सरशिप अवसर का लाभ उठाएं! एक प्रमुख न्यूज़ चैनल के रूप में, हम आपके साथ साझेदारी का इंतजार कर रहे हैं। संपर्क सूत्र 7903381260