2006 से ही यह पुल बड़ी गाड़ियों के लिए बंद हो गया था। जिससे भागलपुर से पटना जाने के लिए बड़ी गाड़ियों को खगड़िया होकर जाना हो रहा था। वही छोटी गाड़ियों का आवागमन बेली ब्रिज के द्वारा चल रहा था। पुल का निर्माण 11 पॉइंट 16 करोड़ की लागत से किया गया है। जिसका विधिवत उद्घाटन मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया। 2006 से ही पुल बंद होने के बाद से व्यावसायिक वाहनों को लंबी दूरी तय कर पटना की ओर जाना हो रहा था।
लेकिन पुल के बन जाने के बाद व्यावसायिक वाहनों को सहूलियत मिल गई है। वही पुल के बनने से आम लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। अब घोरघाट पुल चालू हो जाने से बड़े वाहनों के लिए पटना की दूरी 71 किलोमीटर कम तय करना पड़ेगा।