आज के समय में लड़कियाँ कहीं भी सुरक्षित नहीं रह गईं हैं। आए दिन महिलाओं के साथ होने वाले अपराध बढ़ते जा रहे हैं। कई बार इन चीजों से परेशान होकर महिलाएँ एवं लड़कियाँ अपनी जान तक दे देती हैं। दोस्तों आपको बता दें कि दिल्ली के वजीराबाद में एक ऐसी ही घटना घटी है । बता दें कि यहाँ एक 18 वर्ष की लड़की ने अपनी जान दे दी। आत्महत्या करने से पहले इस लड़की ने एक पत्र में जान देने का कारण भी लिखा था। इस चिट्ठी को पढ़ कर सभी लोग हैरान रह गए हैं।
युवती ने दे दी जान
बता दें कि जिस लड़की ने आत्महत्या की है वह केवल 18 वर्ष की थी। यह लड़की अपने परिवार के साथ दिल्ली के वजीराबाद में रहती थी। इसके परिवार में इसके अतिरिक्त माता- पिता ,एक छोटा भाई और एक छोटी बहन हैं। बीते 29 दिसम्बर को परिवार के लोग रिश्तेदार के यहाँ शादी समारोह में गए हुए हुए थे। इस दौरान यह लड़की और इसका छोटा भाई घर मे अकेले थे। तब ही इस लड़की ने फाँसी लगा कर अपनी जान दे दी। छोटे भाई ने इस घटना को देखा और तुरंत ही इसकी जानकारी अपनी माता- पिता को दी। इसके बाद पुलिस को इस बात की सूचना दी गई।
बैग से मिला सुसाइड नोट
बता दें कि पोस्टमार्टम के बाद मृतक लड़की का शव परिजनों को सौप दिया गया। पुलिस की जाँच के दौरान किसी भी प्रकार का सुसाइड नोट लड़की के पास से नही प्राप्त हुआ। घर वालों ने बताया कि लड़की की शादी भी तय थी, घर वालों को ऐसा लग रहा था कि रिश्ता न पसंद होने के कारण लड़की ने आत्महत्या कर ली,लेकिन जब हकीकत सामने आई सभी दंग रह गए। आपको बता दें कि इस घटना के अगले दिन जब लड़की की छोटी बहन उसके कमरे में गई तो उसे लड़की का एक बैग मिला। इस बैग में से चूहे मारने की दवा एवं कुछ कीटनाशक के साथ एक सुसाइड नोट भी मिला।
बता दे कि इस सुसाइड नोट पर लड़की ने जान देने की वजह के बारे में लिखा था। उसके इस नोट में लिखा था कि उसका एक दूर का रिलेटिव जिसे वह अपना दोस्त मानती थी, उसने लड़की को शालीमार बाग के एक पार्क में मिलने के लिए बुलाया था। और यहाँ पहुँचने पर इसने लड़की को गलत तरह से टच किया। लड़की ने लिखा है कि उसे इस बात की जरा सी भी उम्मीद नही थी की उसके साथ वह शख्स ऐसा कुछ करेगा।
इस शख्स के ऐसी गन्दी हरकत से दुखी होकर इस लड़की ने अपनी जान दे दी। बता दें कि उस युवक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। दोस्तों इस बात का ध्यान रखें कि यदि आपके साथ ऐसा कुछ होता है तो अपने जीवन को खत्म न करें, इस बात की शिकायत पुलिस में करें या अपने परिवार वालों से खुल कर बात करें।