नारायणपुर। विशेष मतदाता गहन पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही बरतने पर जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। भागलपुर अनुमंडल के मतदान केंद्र संख्या 110 की बीएलओ नूतन कुमारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन पर मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान लापरवाही और निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य पूरा नहीं करने का आरोप है।
इसी क्रम में नारायणपुर प्रखंड की सीडीपीओ से 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। उन पर भी पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही और शिथिलता बरतने का आरोप लगाया गया है। प्रशासन का कहना है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी को रोकने और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई की गई है।

उधर, पीरपैंती में कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में आंगनबाड़ी सेविका अंजनी कुमारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में तय समयसीमा के अंदर कार्य नहीं करने और सूचना देने में लापरवाही के आरोप में यह कार्रवाई झेलनी पड़ी।
जिला प्रशासन ने पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही और कार्य में उदासीनता बरतने पर दस शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही इन शिक्षकों का वेतन स्थगित करने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा दो शिक्षकों का मानदेय भी स्थगित कर दिया गया है, ताकि वे समय पर स्पष्टीकरण प्रस्तुत कर सकें।
गौरतलब है कि डीएम ने सभी सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी एवं निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी से उनके क्षेत्रों में मतदान केंद्र स्तर पर संग्रहित गणना प्रपत्र की अद्यतन स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। डीएम ने निर्देश दिया कि मतदान केंद्र स्तर पर गणना प्रपत्रों का संग्रहण कार्य तेजी से पूरा कर इसे बीएलओ एप पर अपलोड किया जाए, ताकि मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण का कार्य समय से पूरा हो सके।
डीएम ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि को गंभीरता से लिया जाएगा और इसमें लापरवाही करने वाले कर्मियों पर तत्काल कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मूल आधारशिला है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिला प्रशासन द्वारा लगातार बीएलओ और संबंधित पदाधिकारियों को समय पर कार्य पूरा करने और अपलोडिंग कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया जा रहा है। इसके बावजूद लापरवाही की शिकायतें सामने आने पर प्रशासन ने अब सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। इससे मतदाता पुनरीक्षण कार्य में तेजी आने की संभावना है और भविष्य में चुनाव कार्य में पारदर्शिता तथा त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने में मदद मिलेगी।
इस बीच, जिला प्रशासन ने सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों से कहा है कि वे अपने क्षेत्र के बीएलओ से प्रतिदिन कार्य की स्थिति की समीक्षा करें और अपलोडिंग की प्रगति की जानकारी डीएम कार्यालय को दें। वहीं जिन कर्मियों ने अब तक लापरवाही की है, उनके खिलाफ आगे भी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें