पुलिस विभाग के एक एएसआई पर छेड़खानी और जान से मारने की धमकी देने का लगा आरोप
जहानाबाद में प्रशिक्षु महिला दारोगा से छेड़खानी, ASI मानस पांडे सस्पेंड; हत्या की धमकी देने का भी आरोप
बिहार के जहानाबाद जिले से एक शर्मनाक और गंभीर मामला सामने आया है, जहां प्रशिक्षु महिला सब-इंस्पेक्टर ने अपने ही विभाग के एक एएसआई पर छेड़खानी और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर जिले में सनसनी फैल गई है।
घटना 9 अप्रैल की है, जब महिला सब-इंस्पेक्टर जहानाबाद एसडीपीओ कार्यालय परिसर स्थित अपने बैरक में मौजूद थीं। उसी परिसर में आरोपी एएसआई मानस पांडे भी तैनात थे। पीड़िता के मुताबिक, वह जैसे ही बाथरूम जाने के लिए निकलीं, तभी अचानक एएसआई मानस पांडे ने उनके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो आरोपी ने गुस्से में आकर उन्हें गोली मारने की धमकी दी।
इस घटना के बाद महिला अधिकारी काफी सदमे में थीं और कुछ दिनों तक डर के साये में जीती रहीं। उन्होंने पहले तत्कालीन एसपी से इस बारे में लिखित शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद जब जिले में नए एसपी विनीत कुमार ने कार्यभार संभाला, तो पीड़िता ने 28 अप्रैल को एक बार फिर से न्याय की गुहार लगाई।
महिला सब-इंस्पेक्टर ने 24 जून को महिला थाना में आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से लिखा कि उन्हें जान का खतरा है और आरोपी उनकी हत्या कर सकता है। यह उनकी पहली पोस्टिंग है और इस तरह की घटना ने उनके मनोबल को बुरी तरह तोड़ दिया है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी विनीत कुमार ने तत्काल प्रभाव से आरोपी एएसआई मानस पांडे को निलंबित कर दिया और मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया। साथ ही, विभागीय जांच और पुलिस जांच दोनों एक साथ चलाने का फैसला किया गया है।
एसपी कार्यालय की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि महिला पुलिस पदाधिकारी की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए एएसआई मानस पांडे को पुलिस केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया है। साथ ही, उनके मुख्यालय को जिला से बाहर करने के लिए पुलिस महानिरीक्षक से अनुरोध किया गया है ताकि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके।
प्रेस विज्ञप्ति में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आंतरिक परिवाद समिति की प्रक्रिया के साथ-साथ आईपीसी की धाराओं में दर्ज प्राथमिकी पर पुलिस अनुसंधान भी तेजी से किया जा रहा है। विभागीय स्तर पर भी कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि महिला पुलिसकर्मियों को भी अपने ही विभाग में असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले ने पूरे पुलिस महकमे को झकझोर कर रख दिया है और महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है।
फिलहाल, पीड़िता को सुरक्षा देने की बात की जा रही है और एसपी ने यह भरोसा दिलाया है कि दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मामले की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।
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