भागलपुर के समीक्षा भवन सभागार में शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त (कमिश्नर) **हिमांशु राय** ने की। बैठक में मेले से जुड़े सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई, ताकि कांवरियों को इस बार पहले से बेहतर सुविधा और सुरक्षा मिल सके।
इस अवसर पर भागलपुर के जिलाधिकारी **डॉ. नवल किशोर चौधरी**, बांका जिलाधिकारी **नवदीप शुक्ला**, उप विकास आयुक्त **प्रदीप कुमार सिंह**, भागलपुर के एसएसपी **हृदय कांत**, बांका एसपी **उपेंद्रनाथ वर्मा** सहित दोनों जिलों के तमाम विभागीय अधिकारी मौजूद थे। सभी अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की तैयारियों का खाका प्रस्तुत किया और मेला संचालन को सुचारु बनाने के लिए सुझाव भी दिए।
बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि इस बार **कांवरियों की सुविधा, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता** दी जाएगी। भागलपुर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने स्पष्ट कहा कि प्रशासन की ओर से हर संभव प्रयास किया जाएगा कि किसी भी कांवरिया को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि कांवर पथ पर विशेष रूप से **व्हाइट पेंट** किया जाएगा, जिससे कांवरियों के पैरों को गर्मी से बचाया जा सके।
डॉ. चौधरी ने यह भी कहा कि कांवर पथ पर छाया, पीने का शुद्ध पानी, मेडिकल टीम, मोबाइल टॉयलेट, सीसीटीवी कैमरा और नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा महिला कांवरियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की जाएगी।
बांका जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने भी अपनी ओर से कांवरियों को हरसंभव सुविधा देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि कांवरियों को स्वास्थ्य, सुरक्षा और सेवाओं के हर स्तर पर सहायता दी जाएगी। इसके लिए **24×7 स्वास्थ्य केंद्र, एंबुलेंस सेवा**, और **आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर** चालू रखे जाएंगे। साथ ही, कांवर पथ पर साफ-सफाई को लेकर विशेष निगरानी रखी जाएगी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर **डिजिटल सूचना बोर्ड** लगाए जाएंगे, जिनके माध्यम से मार्ग, व्यवस्था और आपातकालीन सूचना दी जाएगी। साथ ही, कंट्रोल रूम से पूरे कांवर पथ की निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से तत्काल निपटा जा सके।
एसएसपी हृदय कांत और एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर **दंडाधिकारियों, पुलिस बल, होमगार्ड और स्वयंसेवकों** की विशेष तैनाती की जाएगी। ड्रोन कैमरों से भीड़ की निगरानी की जाएगी और संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाएगी।
कमिश्नर हिमांशु राय ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभाग की तैयारियों को जल्द से जल्द अंतिम रूप दें और समय-समय पर फील्ड निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लेते रहें। उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि **जनसरोकार और सेवा की भावना** का पर्व है, और प्रशासन इसे सफल बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ जुटा है।
इस बैठक में जल संसाधन, स्वास्थ्य, नगर निगम, विद्युत, परिवहन, खाद्य आपूर्ति, आपदा प्रबंधन, रेल, और पर्यटन विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश दिया गया।
कुल मिलाकर, इस बार का **श्रावणी मेला भक्ति, सुरक्षा और सुविधा का एक बेहतरीन उदाहरण बनने की ओर अग्रसर है**, जहां लाखों श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपनी आस्था की डगर पर आगे बढ़ सकेंगे।
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