नवगछिया पुलिस जिला के रंगरा थाना क्षेत्र अंतर्गत चापर ढाला एनएच-31 पर रविवार रात एक दर्दनाक और संदेहास्पद सड़क दुर्घटना में एक ग्रामीण चिकित्सक की मौत हो गई। मृतक की पहचान पूर्णिया जिला के रुपौली थाना क्षेत्र स्थित आजोह कुप्पा गांव निवासी 35 वर्षीय अजय कुमार सिंह के रूप में हुई है। अजय पेशे से ग्रामीण चिकित्सक थे और अपने क्षेत्र में अच्छी पहचान रखते थे।
देर रात हुआ हादसा, पुलिस ने दी जानकारी
यह घटना रविवार की रात करीब 11 बजे घटी। परिजनों को हादसे की जानकारी रात में पुलिस के माध्यम से फोन पर दी गई। पुलिस ने बताया कि अजय कुमार सिंह का शव चापर ढाला के पास सड़क पर क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। शव को नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां देर रात ही पोस्टमार्टम कराया गया।

दो संदिग्ध युवक भी थे साथ, अब लापता
परिजनों ने बताया कि अजय सोमवार की रात करीब 9 बजे अपने घर से बाइक (बजाज पल्सर) पर निकले थे। वह भागलपुर स्टेशन दो युवकों को छोड़ने जा रहे थे। हालांकि परिजन उन्हें कार से भेजना चाहते थे और किराया देने को भी तैयार थे, परंतु दोनों युवकों के कहने पर अजय बाइक से ही चले गए। अब सवाल यह उठ रहा है कि हादसे के वक्त बाइक पर सवार अन्य दो युवक कहां चले गए? न तो वे घटनास्थल पर थे, न ही अस्पताल पहुंचे और न ही उनका अब तक कोई पता चल पाया है। उनके मोबाइल फोन भी बंद आ रहे हैं।
परिजनों ने जताई साजिश की आशंका
मृतक अजय के परिजनों ने इस दुर्घटना को संदेहास्पद बताते हुए इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि यदि यह महज एक सड़क दुर्घटना थी, तो साथ जा रहे दोनों युवक अचानक क्यों गायब हो गए? परिजनों को इस बात का भी शक है कि मृतक और उन दोनों युवकों के बीच लाखों रुपये का लेनदेन था, जिसे लेकर कई बार अजय ने उनसे पैसों की मांग की थी। इस आधार पर परिजन यह भी कह रहे हैं कि कहीं यह पैसों के लेनदेन से जुड़ा सुनियोजित कांड तो नहीं?
अजय की पत्नी गर्भवती, दो मासूमों पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक अजय कुमार सिंह का परिवार अब पूरी तरह से टूट गया है। उनकी पत्नी ब्यूटी देवी इस समय गर्भवती हैं। अजय के दो छोटे बच्चे हैं—तीन वर्षीय बेटा ओम कुमार सिंह और एक वर्षीय बेटी गुड़िया कुमारी। अचानक हुए इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
निष्पक्ष जांच की मांग
परिजनों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह आपस में विचार-विमर्श कर पूरी जानकारी पुलिस को देंगे। साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिले। परिजनों का कहना है कि जब तक गायब युवकों का पता नहीं चलता और उनके बयान सामने नहीं आते, तब तक इस मामले को सिर्फ सड़क दुर्घटना कहना जल्दबाजी होगी।
पुलिस की भूमिका
फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। हालांकि अब तक गायब दोनों युवकों की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस का कहना है कि वे सभी पहलुओं पर जांच कर रहे हैं और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। रंगरा थाना अध्यक्ष ने बताया कि घटनास्थल से कुछ सुराग मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और मोबाइल लोकेशन की भी जांच की जा रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना को लेकर इलाके में आक्रोश का माहौल है। ग्रामीण चिकित्सक की असामयिक और रहस्यमयी मौत से गांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर है। अजय की समाज में अच्छी पकड़ और व्यवहार कुशलता के चलते लोग उन्हें बेहद सम्मान की नजर से देखते थे। उनकी असमय मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
यह पूरा मामला अब पुलिस की जांच और निष्कर्ष पर निर्भर करता है। परिजन और ग्रामीणों की मांग है कि इस मौत की तह तक जाकर दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए, ताकि एक ईमानदार चिकित्सक की मौत बेवजह न जाए।
अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें