भागलपुर के तिलका मांझी विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक छात्र और छात्रा के बीच हुआ विवाद देखते ही देखते हाई वोल्टेज ड्रामा में तब्दील हो गया। घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल बन गया और मौके पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं जमा हो गए। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मौके पर पुलिस की 112 टीम को बुलाना पड़ा, जिसने तत्काल कार्रवाई करते हुए युवक को हिरासत में ले लिया।
घटना की शुरुआत उस समय हुई जब एक छात्रा, जो सिटी कॉलेज में परीक्षा देकर बाहर निकली थी, मुख्य द्वार के पास पहुंची। छात्रा का आरोप है कि इसी दौरान एक युवक ने उसका रास्ता रोका और अचानक ही उसके हाथ से एडमिट कार्ड छीनकर फाड़ दिया। छात्रा का कहना है कि युवक जानबूझकर उसे अपमानित करने और उसकी परीक्षा में बाधा डालने की कोशिश कर रहा था। उसने कहा कि युवक पहले से ही उसे परेशान करता आ रहा है और यह घटना उसी का नतीजा है।
छात्रा की बात सुनते ही वहां मौजूद छात्रों की भीड़ इकट्ठा हो गई और मौके पर हंगामा मच गया। कुछ छात्रों ने युवक को पकड़ने की कोशिश की, वहीं कुछ ने छात्रा को समझाने का प्रयास किया। लेकिन दोनों पक्षों के बीच कहासुनी और धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया।
घटना की सूचना मिलते ही 112 पुलिस टीम मौके पर पहुंची और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया। पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में लेकर स्थानीय थाने पहुंचाया। हालांकि, भीड़ के दबाव और गहमागहमी के बीच छात्रा को वहां से हट जाना पड़ा।
वहीं, आरोपी युवक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उसका कहना है कि वह विश्वविद्यालय परिसर में अपनी बाइक पार्क कर परीक्षा का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान एक दूसरा युवक, जिसके पीछे उक्त छात्रा बैठी हुई थी, ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी। इस टक्कर से उसकी बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। जब उसने बाइक चालक से क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए उसका पीछा किया, तो वह युवक भाग गया और छात्रा वहीं पर रुक गई।
आरोपी युवक का दावा है कि उसने छात्रा को बाइक की क्षति के बारे में समझाने की कोशिश की। इसी दौरान छात्रा के हाथ में पकड़ा प्लास्टिक बैग फट गया, जिसमें रखा उसका एडमिट कार्ड भी फट गया। युवक के अनुसार, उसने जानबूझकर कुछ नहीं किया और पूरी घटना एक दुर्घटना थी।
हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो दोनों के बीच करीब 15-20 मिनट तक तीखी बहस और झड़प होती रही। कई लोगों ने देखा कि युवक छात्रा पर चिल्ला रहा था और छात्रा भी पलटकर जवाब दे रही थी। दोनों के बीच हुई इस तनातनी ने ही पूरे घटनाक्रम को हंगामे का रूप दे दिया।
फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ जारी है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर मामले की सच्चाई सामने लाई जाएगी। यदि छात्रा के आरोप सही पाए गए, तो आरोपी पर गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
इस घटना के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। छात्रों ने मांग की है कि विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया जाए ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। छात्र नेताओं ने कहा कि अगर समय रहते पुलिस न आती, तो मामला और बिगड़ सकता था।
अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। घटना के बाद छात्रों में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने दोनों पक्षों से लिखित बयान लेकर मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है।
यह घटना न केवल विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि छात्रों के बीच आपसी विवादों के समाधान के लिए मजबूत संवाद प्रणाली की जरूरत को भी रेखांकित करती है। आने वाले दिनों में इस मामले की जांच क्या मोड़ लेती है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
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