भागलपुर जिले के नाथनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत पुरानीसराय गांव शनिवार की शाम गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा। करीब आधा दर्जन से अधिक अपराधियों ने गांव में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस हमले में गांव के निवासी मुनिलाल मंडल और उनकी पुत्री गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के पीछे रंगदारी नहीं मिलना और पुरानी रंजिश की बात सामने आ रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक हुई गोलीबारी से गांव में अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हमलावरों ने मुनिलाल मंडल के घर को निशाना बनाकर कई राउंड गोलियां चलाईं। गोली लगने से मुनिलाल मंडल और उनकी पुत्री लहूलुहान होकर गिर पड़े। गोलीबारी की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बहादुरी का परिचय देते हुए एक अपराधी को धर दबोचा। उसकी जमकर धुनाई कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही नाथनगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत घायल मुनिलाल मंडल और उनकी पुत्री को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, दोनों की हालत अभी स्थिर है, लेकिन मुनिलाल को गंभीर चोटें आई हैं।
पुलिस ने घटनास्थल से 10 जिंदा कारतूस और एक देसी कट्टा बरामद किया है। पकड़े गए अपराधी से पूछताछ की जा रही है, जबकि बाकी फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
घायल मुनिलाल मंडल की पत्नी शिला देवी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि यह हमला पुरानी दुश्मनी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले सरस्वती पूजा के दौरान उनके छोटे भाई के साथ गांव के ही अंता मंडल और शिवम कुमार ने मारपीट की थी। उस वक्त मुनिलाल मंडल ने बीच-बचाव कर विवाद शांत करवाया था। तभी से वे लोग रंजिश पाले हुए थे और आज उन्होंने जानलेवा हमला कर दिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि हाल के दिनों में गांव में आपराधिक गतिविधियां बढ़ी हैं और पुलिस की सक्रियता कम है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं। इस घटना ने ग्रामीणों में डर का माहौल पैदा कर दिया है।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नाथनगर थानाध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गांव में फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है ताकि किसी भी तरह की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।
इस घटना ने प्रशासन की कार्यशैली और ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि दोषियों को सख्त सजा मिले और गांव में पुलिस गश्ती बढ़ाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।
