पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई यूट्यूबर ज्योति का संबंध बिहार के भागलपुर जिले से जुड़ता नजर आ रहा है। सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस द्वारा जारी जांच में यह सामने आया है कि ज्योति वर्ष 2023 में चार बार सुल्तानगंज आई थी और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल **अजगैवीनाथ धाम** पहुंची थी। यह खबर सामने आने के बाद प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई हैं, और मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, ज्योति ने सुल्तानगंज में कई दिनों तक रुककर वहां की गतिविधियों पर नजर रखी थी। जांच अधिकारियों का मानना है कि वह मंदिर और उसके आसपास की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के उद्देश्य से वहां गई थी। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ज्योति वहां किससे मिली, किन-किन स्थानों पर गई, और क्या किसी स्थानीय व्यक्ति से उसका संपर्क था।

इस मामले ने तब और तूल पकड़ा जब इसके तार तेलंगाना के **हैदराबाद** से भी जुड़ते नजर आए। वहां, हैदराबाद पुलिस और एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी साजिश का पर्दाफाश करते हुए दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों की पहचान **जाहिद** और **जावेद** के रूप में हुई है, जो पाकिस्तान से संचालित एक आतंकी गिरोह के संपर्क में थे।

ज्योति की गिरफ्तारी के बाद एजेंसियां उसके सोशल नेटवर्क, फोन कॉल्स, ईमेल्स और अन्य डिजिटल गतिविधियों की गहनता से जांच कर रही हैं। इसके साथ ही उसके वित्तीय लेनदेन, बैंक खातों और किसी संदिग्ध फंडिंग की भी छानबीन की जा रही है। अधिकारियों को शक है कि उसे विदेशी फंडिंग मिली हो सकती है, जो भारत में सूचनाएं एकत्र करने और उन्हें बाहर भेजने के लिए की जा रही थी।

जांच में यह भी सामने आ रहा है कि ज्योति सोशल मीडिया पर सक्रिय थी और यूट्यूब चैनल के जरिए कई संवेदनशील इलाकों की वीडियो कवरेज कर चुकी है। इससे एजेंसियों को शक है कि यूट्यूब की आड़ में वह जासूसी के काम को अंजाम दे रही थी।

इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए अब देश के कई प्रमुख शहरों में **हाई अलर्ट** जारी कर दिया गया है। धार्मिक स्थलों, सैन्य क्षेत्रों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है।

केंद्रीय खुफिया एजेंसियां भी अब इस मामले में सक्रिय हो गई हैं और अंतरराज्यीय संपर्कों की जांच कर रही हैं। एजेंसियों की यह कोशिश है कि किसी भी संभावित आतंकी साजिश को समय रहते रोका जा सके और जासूसी के इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जाए।

स्थानीय प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और अफवाहों से बचें। यूट्यूबर ज्योति के खिलाफ अब **राजद्रोह, जासूसी और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम** के तहत कार्रवाई की जा रही है।

यह मामला यह स्पष्ट करता है कि अब डिजिटल प्लेटफॉर्म भी देश विरोधी गतिविधियों का माध्यम बनते जा रहे हैं, और सुरक्षा एजेंसियों को हर मोर्चे पर सतर्क रहना जरूरी है।

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