प्यार की कोई उम्र नहीं होती—यह कहावत पूर्णिया जिले की एक अनोखी प्रेम कहानी के जरिए सच साबित होती दिखी। यहां 60 वर्षीय एक वकील और 50 वर्षीय एक महिला, जो कि एक डॉक्टर की पत्नी हैं, अपने बचपन के प्यार को निभाने के लिए समाज की बंदिशों को तोड़ते हुए साथ भाग गए। यह मामला न केवल इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है, बल्कि पुलिस-प्रशासन और आम जनमानस को भी हैरत में डाल दिया है।
**बचपन का प्यार, अधेड़ में परवान चढ़ा**
यह कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं। बताया जा रहा है कि महिला और वकील दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं और बचपन से एक-दूसरे से प्रेम करते थे। लेकिन समय और हालात के चलते दोनों को अलग होना पड़ा। लड़की की शादी एक डॉक्टर से कर दी गई और लड़का वकील बन गया। हालांकि दोनों के बीच संपर्क बना रहा। मोबाइल फोन के माध्यम से दोनों बातचीत करते रहे और जब मौका मिला, तो साथ भाग खड़े हुए।
**डॉक्टर ने दर्ज कराया अपहरण का मामला**
घटना के बाद महिला के पति, जो पूर्णिया के के. हाट थाना क्षेत्र में रहने वाले एक प्रतिष्ठित डॉक्टर हैं, ने थाने में अपनी पत्नी के अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई। डॉक्टर ने बताया कि उनकी 50 वर्षीय पत्नी 11 मई को दोपहर करीब 1 बजे बैग और पर्स लेकर घर से निकली थी, लेकिन रात 8 बजे तक जब वह वापस नहीं आई, तो उन्होंने अपने स्तर पर खोजबीन शुरू की। जब कुछ पता नहीं चला, तो उन्होंने अपने ससुराल वालों को भी सूचना दी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। डॉक्टर को शक था कि उनकी पत्नी का पहले से सहरसा के एक वकील से संपर्क था, और उन्होंने उसी पर अपहरण का आरोप लगाया।
**पुलिस ने की छानबीन, वकील और महिला बरामद**
के. हाट थाना प्रभारी उदय कुमार के अनुसार, डॉक्टर की शिकायत पर FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच में पुलिस को अहम सुराग मिले और आखिरकार सहरसा से दोनों को बरामद कर लिया गया। पूछताछ में वकील ने स्वीकार किया कि वे दोनों बचपन से एक-दूसरे से प्रेम करते थे और इसलिए साथ भाग गए थे। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां महिला का धारा 183 और 184 के तहत बयान दर्ज किया गया।
**महिला का बयान बना बड़ा मोड़**
कोर्ट में दिए गए बयान में महिला ने साफ कहा कि उसने अपनी मर्जी से अपने पुराने प्रेमी के साथ घर छोड़ा था और उसमें किसी प्रकार का जबरदस्ती या अपहरण का मामला नहीं है। यह बयान मामले में एक बड़ा मोड़ साबित हुआ, क्योंकि इससे वकील के ऊपर से अपहरण का आरोप हट सकता है। पुलिस अब कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई कर रही है।
**परिवार में मचा कोहराम**
इस घटना के बाद डॉक्टर का पूरा परिवार सदमे में है। बताया गया कि डॉक्टर के दो बेटे और एक बेटी है। दोनों बेटे MBBS की पढ़ाई कर रहे हैं और बेटी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है। ऐसे में मां का इस तरह घर छोड़कर चले जाना परिवार के लिए भावनात्मक और सामाजिक दोनों ही स्तरों पर गहरी चोट है।
**समाज में चर्चा का विषय बना मामला**
इस घटना ने समाज को दो भागों में बांट दिया है। एक वर्ग इसे ‘सच्चे प्यार की जीत’ बता रहा है, तो दूसरा इसे पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों से भागने का कृत्य मान रहा है। उम्र के इस पड़ाव पर जीवन का ऐसा कदम उठाना समाज में बहस का विषय बन गया है।
**थाना प्रभारी का बयान**
थाना प्रभारी उदय कुमार ने बताया, “डॉक्टर की पत्नी और वकील दोनों को सहरसा से बरामद किया गया है। दोनों ने स्वीकार किया है कि वे आपसी सहमति से भागे थे। महिला का कोर्ट में बयान भी दर्ज कराया गया है। अब कानून के मुताबिक जो भी उचित कार्रवाई होगी, वो की जाएगी।”
**निष्कर्ष**
यह मामला साबित करता है कि प्रेम न तो उम्र देखता है और न ही समाज की बेड़ियों को। जहां एक ओर यह घटना प्रेम की गहराई को दर्शाती है, वहीं दूसरी ओर पारिवारिक जिम्मेदारियों की अनदेखी भी सवालों के घेरे में है। फिलहाल पुलिस कानूनी प्रक्रिया में लगी हुई है और आने वाले दिनों में इस मामले की और भी परतें खुल सकती हैं।
