भागलपुर के नवगछिया पुलिस जिला के अंतर्गत आदर्श थाना नवगछिया क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गई जब हड़िया पट्टी बाजार में एक किराना दुकानदार विनय गुप्ता की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात उस वक्त हुई जब बाजार धीरे-धीरे बंद हो रहा था और दुकानदार अपनी दिनचर्या समाप्त करने की तैयारी में थे।
विनय गुप्ता, एक सज्जन व्यवसायी, समाजसेवी और परिवार के मजबूत स्तंभ माने जाते थे। रोज की तरह वे अपनी दुकान समेट रहे थे कि तभी एक युवक, जिसने अपने चेहरे को रूमाल से ढक रखा था, दुकान में दाखिल हुआ। किसी को कुछ समझ आता, उससे पहले ही उसने बेहद नजदीक से विनय गुप्ता की कनपटी में गोली मार दी। गोली लगते ही विनय गुप्ता मौके पर गिर पड़े और उनकी वहीं मृत्यु हो गई। गोली की आवाज से बाजार थर्रा उठा। आसपास के दुकानदार दौड़कर मौके पर पहुंचे, मगर तब तक हत्यारा दुर्गा मंदिर रोड होते हुए फरार हो चुका था। चौंकाने वाली बात यह थी कि हत्यारे के चेहरे पर कोई घबराहट या डर नहीं था—वह बेधड़क निकला जैसे कोई आम इंसान हो।
**विनय गुप्ता कौन थे?**
विनय गुप्ता नवगछिया के एक प्रतिष्ठित व्यवसायी थे। समाजसेवा में उनकी गहरी रुचि थी। करीब नौ साल पहले उन्होंने एक बच्ची, वीरा को गोद लिया था। तीन साल पूर्व उनके घर जुड़वां संतानों—राघव और एक बेटी—का जन्म हुआ। उनकी पत्नी रानी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के लिए यह केवल एक हत्या नहीं, पूरी दुनिया उजड़ने जैसी त्रासदी है।
**हत्या की पटकथा और संभावित कारण**
स्थानीय लोगों की मानें तो कुछ दिनों पूर्व विनय गुप्ता ने एक जमीन की खरीदारी की थी, जिसमें भारी रकम का लेन-देन हुआ था। उसी दौरान उन्हें धमकियाँ भी मिली थीं। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार यह हत्या किसी पेशेवर “भाड़े के शूटर” द्वारा की गई प्रतीत होती है। कनपटी में सटाकर गोली मारना यह दर्शाता है कि हत्यारा प्रशिक्षित और बेखौफ था। घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी है और पुलिस फुटेज खंगाल रही है।
**व्यवसायियों का फूटा ग़ुस्सा**
हत्या की खबर फैलते ही नवगछिया का व्यापारिक समाज उबल पड़ा। अगले दिन बाजार पूरी तरह बंद रखा गया। सैकड़ों की संख्या में व्यवसायी सड़कों पर उतर आए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनका कहना था कि यदि समय रहते सुरक्षा की व्यवस्था की जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
**राजनीतिक और सामाजिक नेतृत्व भी सक्रिय**
घटना के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के नेता मौके पर पहुंचे। लोजपा नेता सुरेश भगत, भाजपा नेता कुणाल गुप्ता, तथा सभापति प्रतिनिधि डब्लू यादव समेत कई जनप्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और प्रशासन से अविलंब कार्रवाई की मांग की।
**कई सवाल खड़े हो गए हैं**
इस दिल दहला देने वाली घटना ने नवगछिया की कानून-व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में सरेआम हत्या हो जाती है, तो उस समय गश्ती पुलिस कहां थी? क्या प्रशासन को पहले से कोई इनपुट नहीं मिला था? क्या यह साजिश पूर्व नियोजित थी? और सबसे बड़ा सवाल—वह नकाबपोश हत्यारा कौन था?
**अब सवाल हत्यारे से बड़ा है**
अब सवाल यह नहीं रहा कि विनय गुप्ता को किसने मारा, बल्कि सवाल यह है कि नवगछिया के व्यापारी कब तक इस तरह डर के साए में जीते रहेंगे? एक बाप की जान गई, तीन बच्चों की दुनिया उजड़ गई। क्या प्रशासन ऐसी घटनाओं से सबक लेगा और व्यापारियों को सुरक्षा का भरोसा दे पाएगा?
नवगछिया का बाजार अब न्याय चाहता है। केवल गिरफ्तारी नहीं, बल्कि एक ऐसा मजबूत सिस्टम जिसमें कोई और विनय गुप्ता न मारा जाए।
