भारतीय सिनेमा की दुनिया में कई अदाकाराएं आईं और गईं, लेकिन कुछ नाम ऐसे हैं जो वक्त के साथ और भी चमकते हैं। परवीन बॉबी उन्हीं में से एक थीं। 70 और 80 के दशक में उनका जलवा हर ओर था। ग्लैमर, खूबसूरती और टैलेंट का ऐसा संगम कम ही देखने को मिलता है। लेकिन जितनी चकाचौंध उनकी फिल्मों में दिखी, उतनी ही तन्हाई उनकी निजी जिंदगी में थी।

परवीन बॉबी की जिंदगी पर अगर कोई फिल्म बने, तो वह किसी ट्रैजिक रोमांटिक ड्रामा से कम नहीं होगी। उनकी ज़िंदगी में तीन चर्चित रिश्ते आए – डैनी डेन्जोंगपा, कबीर बेदी और महेश भट्ट। इन रिश्तों ने अखबारों की सुर्खियों में खूब जगह पाई, लेकिन इन तीनों में से कोई रिश्ता शादी तक नहीं पहुंचा।

हाल ही में बीबीसी हिंदी को दिए एक इंटरव्यू में फिल्म निर्देशक महेश भट्ट ने परवीन बॉबी के एक ऐसे राज़ से पर्दा उठाया जो अब तक गुमनाम था। उन्होंने बताया कि परवीन की जिंदगी में एक ऐसा शख्स भी आया था जिससे उन्होंने शादी की थी। यह बात बहुत कम लोग जानते हैं। महेश भट्ट ने बताया कि परवीन की मां से उन्हें इस शादी के बारे में पता चला था। वह बोले, “मैं उसके साथ रह रहा था, और इस दौरान उसकी मां ने बताया कि एक बार उसकी शादी हुई थी। लेकिन वह आदमी पाकिस्तान चला गया और कभी वापस नहीं आया।”

महेश भट्ट ने यह भी खुलासा किया कि साल 2003 में जब वह पाकिस्तान एक फिल्म फेस्टिवल के सिलसिले में गए थे, तब एक व्यक्ति उनसे मिलने आया था। वह दावा कर रहा था कि वह परवीन बॉबी का पति है। हालांकि, व्यस्त कार्यक्रम के चलते महेश उनसे नहीं मिल पाए। “मैंने कभी मना नहीं किया मिलने से,” उन्होंने कहा, “लेकिन मुलाकात हो नहीं सकी। मैं सोच रहा था, वह मुझसे क्यों मिलना चाहेगा?”

परवीन और महेश भट्ट का रिश्ता भी कम दिलचस्प नहीं रहा। यह वो दौर था जब महेश पहले से ही शादीशुदा थे। उनकी पत्नी लोरेन ब्राइट, जिन्हें बाद में किरण भट्ट नाम मिला, पूजा भट्ट और राहुल भट्ट की मां हैं। 1977 में परवीन का कबीर बेदी से ब्रेकअप हुआ था, और इस टूटे दिल को सहारा मिला महेश भट्ट की संगत में।

महेश भट्ट ने यह भी बताया कि परवीन बेहद संवेदनशील और अकेली शख्स थीं। वह अक्सर डर और मानसिक अस्थिरता का शिकार हो जाती थीं। धीरे-धीरे, परवीन का मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने लगा और उनका फिल्मी करियर भी ढलान पर आ गया।

इन सबके बावजूद, परवीन बॉबी की एक बात हमेशा याद रखी जाएगी – उनका आत्मविश्वास, उनका स्टाइल और उनका साहस। उन्होंने कभी समाज की परवाह नहीं की, और अपने ढंग से जिंदगी जी। लेकिन यह आज़ादी उन्हें भीतर से तोड़ती रही।

2005 में परवीन बॉबी अपने फ्लैट में मृत पाई गईं। उनके अंतिम समय में कोई करीबी नहीं था। यह उस स्टार का अंत था, जिसने कभी बॉलीवुड पर राज किया था।

महेश भट्ट कहते हैं, “वह अपने समय से बहुत आगे थी, शायद यही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी भी बन गई।” परवीन की कहानी आज भी हमारे दिलों को छू जाती है – एक खूबसूरत चेहरा, जो भीड़ में भी अकेला था।

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