पूर्व मध्य रेलवे के अपर महाप्रबंधक (एजीएम) अमरेंद्र कुमार ने सोमवार को सहरसा जंक्शन का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्टेशन परिसर, कोचिंग कॉम्प्लेक्स और निर्माणाधीन संरचनाओं का जायजा लिया। अमृत भारत योजना के तहत सहरसा जंक्शन को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत करीब 18 करोड़ रुपये की लागत से नया स्टेशन भवन तैयार किया जा रहा है, जो मई महीने के अंतिम सप्ताह तक पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जाएगा।
आधुनिक स्वरूप में होगा सहरसा स्टेशन
नया स्टेशन भवन पूरी तरह से आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से सुसज्जित होगा। यात्रियों की सुविधा के लिए प्रतीक्षालय, स्वच्छ शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, एलईडी डिस्प्ले बोर्ड, स्वचालित टिकट वेंडिंग मशीन, एस्केलेटर, लिफ्ट, सीसीटीवी कैमरे और वाई-फाई की सुविधा जैसी कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे न केवल यात्रियों को बेहतर अनुभव मिलेगा, बल्कि स्टेशन की सुरक्षा और संचालन में भी सुधार होगा।
फुट ओवर ब्रिज का निर्माण जारी
स्टेशन परिसर में 12 फीट चौड़े फुट ओवर ब्रिज का निर्माण भी तेज़ी से किया जा रहा है। यह ब्रिज यात्रियों के लिए प्लेटफार्मों के बीच सुरक्षित और सुगम आवागमन सुनिश्चित करेगा। एजीएम ने इस निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष जताया और संबंधित अधिकारियों को तय समयसीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
रेलवे प्रशासन ने स्टेशन परिसर के प्रवेश और निकास द्वार से अतिक्रमण हटाने की प्रभावी कार्रवाई की है। इससे यात्रियों को आवागमन में खासी सुविधा होगी। इसके साथ ही रेलवे की अन्य जमीनों से भी अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया चल रही है, जिससे भविष्य में स्टेशन विस्तार और यात्री सुविधाओं के लिए अधिक स्थान उपलब्ध होगा।
क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक कदम
सहरसा स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करना केवल रेलवे की उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास की दिशा में भी एक अहम कदम है। इससे न केवल यात्री सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। निर्माण कार्यों से स्थानीय व्यापारियों और श्रमिकों को भी लाभ मिल रहा है।
भविष्य की योजनाएं
रेलवे प्रशासन सहरसा से अमृत भारत ट्रेन शुरू करने की योजना पर भी विचार कर रहा है। यह ट्रेन क्षेत्र के यात्रियों को बेहतर सेवा प्रदान करेगी और उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी। इसके अलावा, रेलवे सूत्रों के अनुसार भविष्य में वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत की भी संभावना है। अगर यह योजना अमल में लाई जाती है, तो सहरसा को राजधानी पटना, दिल्ली या अन्य महानगरों से तेज़ और आरामदायक रेल संपर्क मिल सकेगा।
स्थानीय जनता में उत्साह
नए स्टेशन भवन और सुविधाओं की जानकारी मिलने के बाद सहरसा के लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्थानीय व्यापारियों, यात्रियों और जनप्रतिनिधियों ने रेलवे के इस कदम का स्वागत किया है। उन्हें उम्मीद है कि इन प्रयासों से सहरसा रेलवे स्टेशन राज्य के प्रमुख स्टेशनों की कतार में शामिल हो जाएगा।
पूर्व मध्य रेलवे द्वारा सहरसा जंक्शन को मॉडल स्टेशन के रूप में विकसित करना यात्रियों के लिए राहत और सुविधा का बड़ा कदम है। अमृत भारत योजना के तहत किया जा रहा यह कार्य केवल एक स्टेशन को आधुनिक रूप देना नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास की नींव भी रखता है। जैसे-जैसे कार्य पूर्णता की ओर बढ़ेगा, वैसे-वैसे इसका असर आम लोगों के जीवन पर भी दिखेगा। आने वाले समय में जब सहरसा से अमृत भारत या वंदे भारत जैसी हाई-टेक ट्रेनों की शुरुआत होगी, तब यह क्षेत्र रेलवे मानचित्र पर और अधिक महत्वपूर्ण बन जाएगा।
