सहरसा में अखिल भारतीय कांग्रेस और बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के निर्देशानुसार सहरसा जिला कांग्रेस कार्यालय में ‘भीम शक्ति संवाद’ और ‘हर घर झंडा’ अभियान के अंतर्गत एक भव्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह आयोजन भारत रत्न, संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के अग्रदूत बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कांग्रेसजन, युवा कार्यकर्ता और स्थानीय नेता उपस्थित रहे। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में वरीय कांग्रेस नेता डॉ. तारानंद सादा मौजूद रहे। उन्होंने बाबा साहब को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बाबा अंबेडकर सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचारधारा हैं, जो हमें समानता, न्याय और स्वतंत्रता का मार्ग दिखाते हैं।
डॉ. सादा ने दिया संविधान रक्षा का संकल्प
डॉ. तारानंद सादा ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने जीवनभर सामाजिक भेदभाव, छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनके द्वारा निर्मित संविधान आज भी देश का सबसे मजबूत लोकतांत्रिक आधार है। लेकिन आज उसी संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। मोदी सरकार, भाजपा और आरएसएस देश को संविधान से दूर ले जाने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी संविधान की रक्षा के लिए संघर्षरत हैं, और सभी कांग्रेसजनों को संकल्प लेना चाहिए कि वे संविधान को मिटने नहीं देंगे, चाहे इसके लिए कितनी भी बड़ी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।
संजय महाराज ने गाँव-गाँव झंडा लगाने का किया आह्वान
अखिल भारतीय कांग्रेस के सहरसा कोऑर्डिनेटर संजय महाराज ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से संविधान और गरीबों के हक में रही है। आज जरूरत है कि हम हर गाँव, हर पंचायत में जाएँ और लोगों को समझाएँ कि वर्तमान सरकार कैसे संविधान से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का झंडा अब हर घर पर लहराना चाहिए ताकि देश को फिर से संवैधानिक मूल्यों की राह पर लाया जा सके।
युवा कांग्रेस के संयोजक भरत शंकर जोशी का जोशीला संबोधन
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक और कोसी क्षेत्र के प्रभारी भरत शंकर जोशी ने युवाओं को जोश से भरते हुए कहा कि वो दिल्ली से चलकर यहाँ आए हैं ताकि युवाओं को राहुल गांधी के विचारों से जोड़ सकें। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि युवा शक्ति आगे बढ़े और संविधान व लोकतंत्र की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाए।
कार्यक्रम का संचालन और उपस्थिति
इस संगोष्ठी की अध्यक्षता जिला कार्यकारी अध्यक्ष तारनी ऋषिदेव ने की जबकि संचालन की भूमिका मो. नईम उद्दीन ने निभाई। कार्यक्रम में विभिन्न स्तर के कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ और सक्रिय नेताओं की उपस्थिति दर्ज की गई जिनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं –
प्रदेश प्रतिनिधि रामसागर पाण्डेय, मनोज कुमार मिश्र, मो. मजनू हैदर कैश, राम शरण कुमार, इंटक अध्यक्ष सत्य नारायण चौपाल, मुशहर समाज के अध्यक्ष प्रेम लाल सादा, प्रदेश युवा महासचिव सुदीप कुमार सुमन, प्रो. संजीव कुमार झा, मो. माहताब आरिफ, संजय कुमार सिंह, डॉ. अबुल फरह सालजी, गमन कुमार सिंह, अनिल कुमार मिस्त्री, जवाहर झा, बैधनाथ झा, दीवाकांत गिरी, आशा देवी, प्रतिभा सिंह डोली, इला देवी पासवान, पविया देवी, मृत्युंजय सिंह, शोभा कांत झा, संजय यादव अमीन, माधव मुखिया, दीपक प्रसाद साहू, रंजीत सिंह, उदय यादव, मंगल झा, वीरेंद्र ऋषि, सूरज ऋषि, विंडो राम, मो. अफरोज़ आलम, मिशवाह जक्की, राम प्रवेश सादा, गोपाल प्रसाद मिश्रा, जितेंद्र रॉय आदि।
सभी उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब के विचारों को आत्मसात करते हुए संविधान की रक्षा के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।
सहरसा में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल बाबा साहब के विचारों को पुनः स्मरण करने का अवसर था बल्कि यह आने वाले समय में कांग्रेस के संघर्ष और अभियान की दिशा भी तय करता है। ‘हर घर झंडा’ और ‘भीम शक्ति संवाद’ जैसे अभियानों से कांग्रेस यह संदेश देने में सफल रही कि वह आज भी संविधान, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए तत्पर है।