**भागलपुर (बिहार):** 
भागलपुर बाइपास थाना क्षेत्र के खीरी बांध गांव के समीप एक दर्दनाक सड़क हादसे में शिक्षक उदय कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। उदय कुमार रंगरा थाना क्षेत्र के तीनटंगा गांव के निवासी थे और लोकनाथ उच्च विद्यालय, जगदीशपुर में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। रोज की तरह ही वे अपने मोटरसाइकिल से स्कूल जा रहे थे, लेकिन आज सुबह खीरी बांध के पास एक अनियंत्रित हाइवा गाड़ी ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भयावह था कि उदय कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। 

### **दैनिक सफर ने ली जान** 
उदय कुमार हर दिन अपने गांव से स्कूल तक का सफर मोटरसाइकिल से तय करते थे। वे शिक्षा जगत में एक सम्मानित व्यक्ति थे और छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, उदय अपने शिक्षण कार्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाते थे। लेकिन आज का दिन उनके लिए और उनके परिवार के लिए काली सुबह बनकर आया। जैसे ही वह खीरी बांध गांव के पास पहुंचे, एक तेज रफ्तार हाइवा ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वे सड़क पर दूर जा गिरे और मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई। 

### **स्थानीय लोगों में गुस्सा, पुलिस पर लापरवाही का आरोप** 
घटना के तुरंत बाद आसपास के लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। लोगों में इस हादसे को लेकर भारी आक्रोश देखा गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस इलाके में सड़क दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने में पुलिस पूरी तरह से विफल रही है। 

एक स्थानीय निवासी ने गुस्से में कहा, 
*”आए दिन इसी सड़क पर हादसे होते हैं। प्रशासन और पुलिस को कई बार अवगत कराया गया, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। आज एक मासूम शिक्षक को अपनी जान गंवानी पड़ी। आखिर कब तक लोग ऐसे ही मरते रहेंगे?”* 

### **पुलिस की त्वरित कार्रवाई और शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया** 
हादसे की सूचना मिलते ही बाइपास थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और हाइवा चालक की तलाश जारी है। 

थाना प्रभारी ने कहा, 
*”हमने मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है और चालक की पहचान करने के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। दोषी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”* 

### **परिवार में मचा कोहराम** 
उदय कुमार की मौत की खबर जैसे ही उनके गांव तीनटंगा पहुंची, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। उनके परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के परिवार में उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं। परिवार का एकमात्र सहारा छिन जाने के बाद अब उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। 

परिजनों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा, 
*”उदय ही हमारे परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। अब हमारे सामने जीवन यापन की समस्या खड़ी हो गई है। सरकार को हमें मुआवजा देना चाहिए और दोषी चालक को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”* 

### **क्षेत्र में सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल** 
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर भागलपुर क्षेत्र में सड़क सुरक्षा की खस्ताहाल स्थिति को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बाइपास रोड पर भारी वाहनों की तेज रफ्तार आवाजाही के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। 

एक अन्य ग्रामीण ने कहा, 
*”यह सड़क हाईवा और भारी वाहनों के लिए जानी जाती है। लेकिन न तो ट्रैफिक पुलिस की यहां कोई गश्ती होती है और न ही स्पीड कंट्रोल के लिए कोई इंतजाम। कब तक मासूम लोग इन रफ्तार के राक्षसों की भेंट चढ़ते रहेंगे?”* 

### **प्रशासनिक लापरवाही बनी हादसों की वजह** 
स्थानीय लोगों ने बताया कि खीरी बांध गांव के समीप सड़क की हालत भी काफी खराब है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना और बढ़ जाती है। क्षेत्रवासियों ने कई बार सड़क मरम्मत और स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग की थी, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। 

### **आवश्यक सुरक्षा उपायों की मांग** 
घटना के बाद आक्रोशित भीड़ ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। स्थानीय लोगों ने निम्नलिखित कदम उठाने की मांग की: 
– सड़क पर स्पीड ब्रेकर का निर्माण 
– भारी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध 
– ट्रैफिक पुलिस की नियमित गश्ती 
– सीसीटीवी कैमरों की संख्या में वृद्धि 
– सड़क पर यातायात संकेतों की व्यवस्था 

### **सरकारी सहायता और मुआवजे की मांग** 
ग्रामीणों और शिक्षकों के संगठन ने सरकार से उदय कुमार के परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही, उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और परिवार के भरण-पोषण के लिए भी सहायता की अपील की गई है। 

### **शिक्षक समाज में शोक की लहर** 
लोकनाथ उच्च विद्यालय, जगदीशपुर में भी शोक का माहौल है। स्कूल के शिक्षकों और छात्रों ने उदय कुमार की असामयिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। स्कूल प्रशासन ने शोक सभा का आयोजन कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। 

विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने कहा, 
*”उदय कुमार एक आदर्श शिक्षक थे। उनका छात्रों के साथ व्यवहार और शिक्षण पद्धति अनुकरणीय थी। उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।”* 

### **निष्कर्ष** 
उदय कुमार की मौत केवल एक परिवार की व्यक्तिगत क्षति नहीं है, बल्कि समाज के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है। यह घटना हमें सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर कब सड़कें सुरक्षित बनेंगी और कब लोग बेखौफ यात्रा कर पाएंगे। 

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से दोषी चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई और सड़क सुरक्षा उपायों को शीघ्र लागू करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। 

By admin

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