स्वास्थ्य उपकेंद्र भवनों का हो रहा निर्माण
विभाग के अनुसार, राज्य के स्वास्थ्य उपकेंद्रों का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
5690 स्वास्थ्य उपकेंद्रों के भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इनमें 3150 स्वास्थ्य उपकेंद्र भवनों के निर्माण का कार्य वर्ष 2025-26 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इसके लिए 15वें वित्त आयोग से मिली राशि का उपयोग किया जा रहा है। आबादी के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने को स्वास्थ्य भवनों का निर्माण चरणबद्ध तरीके से शुरू किया गया है। इन अस्पतालों में आवश्यक जांच एवं दवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।
बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों स्वास्थ्य उपकेंद्र बिना पानी, बिजली और शौचालय की सुविधा के संचालित हो रहे हैं। इन अस्पतालों में मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराना भी चुनौती है।
स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर परिवर्तित करने की दिशा में कार्रवाई कर रहा है। बावजूद कई स्वास्थ्य उपकेंद्रों में बेसिक सुविधाओं का अभाव है। सरकारी भवनों वाले स्वास्थ्य उपकेंद्रों के साथ ही, निजी भवनों या किसी अर्द्धसरकारी या अन्य प्रकार के भवनों में संचालित उपकेंद्रों में भी बेसिक सुविधाएं नहीं हैं। ये अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की सबसे निचली इकाई है और एक या दो पंचायतों में एक स्वास्थ्य उपकेंद्रों का संचालन होता है। विभाग के अनुसार, राज्य में 8924 स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं। इनमें 3919 स्वास्थ्य उपकेंद्र के पास अपना भवन है, जबकि 2833 निजी भवन और 2172 अन्य भवनों में संचालित होते हैं। 2877 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में बिजली का कनेक्शन भी नहीं है। हालांकि 3287 सरकारी भवन वाले अस्पतालों, 1731 निजी भवनों वाले अस्पतालों और 1029 अन्य भवनों वाले अस्पताल, कुल 6047 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में बिजली कनेक्शन हैं।
5304 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में पानी की सुविधा नहीं
वहीं, राज्य के 5304 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में पानी की सुविधा नहीं है। विभाग के अनुसार, 2661 सरकारी भवनों वाले, 550 निजी भवनों वाले और 409 अन्य भवनों वाले स्वास्थ्य उपकेंद्रों में पानी की सुविधा है। कुल, 3620 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में ही पानी की सुविधा है। 4536 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में टॉयलेट नहीं है। 2980 सरकारी भवनों वाले, 641 निजी भवनों वाले एवं 567 अन्य प्रकार के भवनों वाले स्वास्थ्य उपकेंद्रों, कुल 4388 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में ही टॉयलेट की सुविधा है।