बिहार में 13 दिसंबर को करीब 5 लाख अभ्यर्थियों के लिए बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई. परीक्षा सिंगल शिफ्ट में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चली. परीक्षा खत्म होने के बाद पटना के बापू धाम एग्जाम सेंटर पर हंगामा शुरू हो गया. इस बीच पेपर लीक और परीक्षा में धांधली को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे एक अभ्यर्थी को पटना के डीएम ने सरेआम थप्पड़ जड़ दिया.
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा खत्म होने के बाद से अभ्यर्थियों का हंगामा जारी है. पटना के बापू धाम एग्जाम सेंटर पर परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने परीक्षा में धांधली और पेपर लीक का गंभीर आरोप लगाया है. हंगामे की जानकारी मिलते ही पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह एग्जाम सेंटर पहुंचे, जहां उन्होंने एक अभ्यर्थी को थप्पड़ जड़ दिया.
दरअसल, पटना के बापू धाम एग्जाम सेंटर पर 11 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स एग्जाम देने पहुंचे. परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि पेपर की सील पहले से खुली हुई थी, पेपर आधे घंटे की देरी से मिला. वहीं कुछ अभ्यर्थियों ने पेपर लीक का भी आरोप लगाया. हंगामे के बाद पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह एग्जाम सेंटर पर पहुंचे थे.
पुलिस बल बापू धाम एग्जाम सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को हटाने में जुटी थी. इसी दौरान डीएम चंद्रशेखर सिंह एक अभ्यर्थी की ओर बढ़े और अचानक थप्पड़ जड़ दिया. वहां मौजूद कुछ लोगों ने इस घटना की वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
परीक्षा में देर क्यों हुई? डीएम ने दी जानकारी
पटना के डीएम के मुताबिक, परीक्षा केंद्र में एक हॉल के अंदर बैठने वाले अभ्यर्थियों की संख्या और एक बॉक्स में आने वाले प्रश्न पत्र की संख्या के कारण थोड़ी भ्रम की स्थिति बनी. कुछ अभ्यर्थियों ने इस पर आपत्ति जताई कि एक हॉल से दूसरे हॉल में प्रश्न पत्र क्यों भेजा जा रहा है. इस वजह से प्रश्न पत्र बांटने में भी देरी हुई. जिन छात्रों को देरी से प्रश्न पत्र दिया गया उन्हें अतिरिक्त समय भी उपलब्ध कराया गया.
डीएम ने बताया क्यों कन्फ्यूज हुए अभ्यर्थी
पटना के डीएम ने कहा कि एक एग्जाम रूम में 273 अभ्यर्थियों का सीटिंग प्लान था, इस लिहाज से 288 प्रश्न पत्र आने चाहिए थे (12-12 के सेट में एनवलप होता है), लेकिन एक बॉक्स में केवल 192 प्रश्न पत्र ही आए. इसलिए एक हॉल में पेपर खोलने के बाद दूसरे हॉल से भी लेना पड़ा और दूसरे हॉल में खोलने के बाद तीसरे से भी लेना पड़ा. इस दौरान जब प्रश्न पत्र का पैकेट एक हॉल से दूसरे हॉल जा रहा था उस पर कुछ अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए. इस दौरान एग्जामिनर ने अभ्यर्थियों को समझाने की कोशिश की, जिसमें 10 से 15 मिनट का समय लगा. हालांकि अभ्यर्थियों से कहा गया कि जितनी देरी हो रही उतना ही अतिरिक्त समय भी दिया जाएगा