मुंगेर से एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर हर कोई हैरान है.
तारापुर प्रखंड के बिहमा पंचायत स्थित मध्य विद्यालय बिहमा की एक नाबालिग छात्रा ने अपने प्रधानाध्यापक घनश्याम रजक पर छेड़खानी करने का आरोप लगाया है. इस घटना से संबंधित एक वीडियो भी सामने आया है. घटना गुरुवार 24 अक्टूबर की बताई जा रही है. इस वीडियो में यह देखा जा रहा है कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक कक्ष में प्रधानाध्यापक के अलावा एक पुलिस पदाधिकारी, पीड़िता की मां व कई अन्य स्थानीय लोग खड़े हैं.
पीड़िता प्रधानाध्यापक पर अपने शरीर के विभिन्न अंगों को गलत इरादे से छूने का आरोप लगा रही है. वह कह रही है कि प्रधानाध्यापक घनश्याम रजक पीड़िता की सहेलियों को कमरे से भगाकर उसका हाथ पकड़ लेते हैं तथा बाद में शरीर के विभिन्न अंगों को छूते हैं. इतना ही नहीं एक दिन वह पीड़िता के घर भी पहुंच जाते हैं. उस समय पीड़िता घर पर अकेली होती है तब प्रधानाध्यापक उसके अकेले होने का फायदा उठाते हुए वहां भी उसके साथ गलत हरकत करते हैं तथा उसे चॉकलेट आदि देने का झांसा देते हैं. पीड़िता जिस समय प्रधानाध्यापक कक्ष में ये बातें कह रही होती है उस समय तारापुर थाना के एक पुलिस पदाधिकारी लड़की के बयान को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर रहे होते हैं.
बाद में यह पता चलता है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों व अन्य लोगों ने मिलकर पीड़िता के मां-बाप व स्वयं पीड़िता का ही मुंह बंद करा दिया. कहा तो ये भी जा रहा है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा कुछ शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक की करतूतों पर पर्दा डालने तथा प्रशासनिक कार्रवाई से बचाने के लिए पीड़िता के व उसके स्वजनों का मुंह बंद करा दिया. इस मामले को लेकर जक तारापुर थानाध्यक्ष राजकुमार से पूछे जाने पर कहा कि पुलिस पदाधिकारी घटना स्थल पर गए थे. वहां लड़की का बयान भी लिया तथा उनसे लिखित आवेदन भी मांगा गया, लेकिन अब तक पीड़िता की ओर से लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. लिखित आवेदन मिलने पर केस दर्ज किया जाएगा