कोरोना मरीज बढ़ने पर जिले में 289 आइसोलेशन बेड तैयार हैं। पाटलिपुत्रा अशोका होटल को एक बार फिर आइसोलेशन सेंटर के रूप में तैयार किया जा रहा है, यहां कुल 152 ऑक्सीजन बेड हैं। पाटलिपुत्रा के टीकाकरण केंद्र को होटल कौटिल्य में शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जिला कोविड केयर सेंटर के रूप में विकसित कर लिया गया है, जहां 112 बेड सहित सभी बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था है।
मित्तन घाट स्थित खानकाह मुजीबिया में 25 बेड हैं, जिसे तैयार रखने का निर्देश दिया गया। इस प्रकार अभी 289 बेड तैयार हैं तथा कंगन घाट में 200 बेड की व्यवस्था प्रकाश पर्व के बाद हो जाएगी। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जिले में पर्याप्त संख्या में बेड, ऑक्सीजन दवा आदि संसाधन तैयार हैं। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए 92 निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं।
कोरोना जांच में तेजी लाएं : डीएम
जिलाधिकारी ने कोरोना जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया है। सिविल सर्जन और डीपीएम को उन्होंने कोरोना का प्रसार रोकने के लिए हर संभव उपाय करने को कहा है। अभी प्रतिदिन औसतन 6000 जांच की जा रही है। कुल 63 केंद्रों पर जांच जारी है। 25 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 4 शहरी अस्पताल, 23 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 3 रेफरल हॉस्पिटल, 4 सब डिविजनल हॉस्पिटल, 1 सदर अस्पताल के अतिरिक्त रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, हवाई अड्डा पर जांच की जा रही है। 10 मोबाइल टीम का गठन किया गया है, जो सैंपल कलेक्शन का कार्य करेगी। इनमें से 5 मोबाइल टीम पूर्व से कार्यरत है।
ऑन कॉल आपातकालीन मेडिकल सेवा
तीन शिफ्ट में 3 मोबाइल मेडिकल टीम का गठन किया गया है, जो कंट्रोल रूम में ऑन कॉल आपातकालीन मेडिकल सेवा देगी। टेलीमेडिसिन एवं कंट्रोल रूम का गठन जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में किया गया है, जहां वीडियो कॉल के माध्यम से डॉक्टर से आवश्यक परामर्श लिया जा सकता है। इसके वरीय प्रभार में अपर समाहर्ता विशेष कार्यक्रम श्री अरुण कुमार झा को दायित्व दिया गया है। उन्हें तीन पाली में कर्मी की तैनाती करने तथा टेलीमेडिसिन एवं कंट्रोल रूम की व्यवस्था सुदृढ़ रखने का सख्त निर्देश दिया। टेलीमेडिसिन की सुविधा के लिए इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है।
परामर्श केंद्र
6287590551
6287590552
टोल फ्री नंबर
18003456019
कंट्रोल रूम
0612-2219090
0612-2219033
आठ कोषांग गठित किया
जिलाधिकारी द्वारा कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु कोषांग का पुनर्गठन कर अधिकारियों के बीच दायित्व का निर्धारण किया है। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सेल, टेस्टिंग सेल, उपचार प्रबंधन सेल, वैक्सीनेशन सेल, कोविड-19 प्रोटोकॉल सेल, नियंत्रण कक्ष सह परामर्श केंद्र, मीडिया सेल, होम आइसोलेशन सेल, सेनेटाइजेशन सेल हैं।