हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा सहित एनडीए के नेता, कार्यकर्ता मंगलवार को सरकार पर दलितों और महिलाओं के अपमान का आरोप लगाते हुए मौन प्रदर्शन करने जुटें।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने हाईकोर्ट के पास अंबेडकर पार्क का ताला नहीं खोले जाने पर नाराजगी जताई।
ऐलान किया कि छठ बाद दिल्ली के राजघाट पर इसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
मांझी ने सोमवार को हाईकोर्ट अंबेडकर मूर्ति के पास मौन सत्याग्रह का ऐलान किया था।
उन्होंने प्रदर्शन स्थल पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इसकी सूचना भी ईमेल के जरिए डीएम सहित सभी आला अधिकारियों को दी गई थी।
तब भी गेट नहीं खोला गया। कोई पार्क के अंदर नहीं चला जाए इसके लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई थी। आरोप लगाया कि प्रशासन और सरकार का दोहरा चरित्र उजागर हो गया है। कहा, इसे बिहार की जनता सफल नहीं होने देगी। हम सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष करेंगे।
हम के मौन सत्याग्रह का एनडीए के घटक दलों ने भी समर्थन किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, रालोजद महासचिव शंभू नाथ सिन्हा, रालोजपा के आकाश यादव भी प्रदर्शन में शामिल हुए।