जदयू में क्या कुछ हो रहा है क्या यह बात है नीतीश कुमार को मालूम नहीं होती है ? नीतीश कुमार यह मालूम नहीं होता है कि विपक्षी दलों के तरफ से कार्ड पर क्या आरोप लगाया जा रहा है? क्या सीएम नीतीश कुमार का जानबूझकर अनजाना बनने की कोशिश करते हैं? यह सवाल इसलिए उठाया क्योंकि जब आज पटना में पत्रकारों ने सीएम से यह सवाल किया कि – भाजपा जदयू में टूट का दावा कर रही है। उसके बाद नीतीश कुमार ने जो प्रतिक्रिया दी उसे प्रतिक्रिया को लेकर यह सवाल उठ रहा है।
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना के गांधी मैदान में गांधी जयंती के मौके पर पहुंचे थे जहां पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि भाजपा या दवा कर रही है कि जदयू में टूट होने वाला है यहां विधायक मंत्री पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं। नीतीश कुमार ने यह सवाल सुनकर अगल – बगल झांकने लगे। उसके बाद उन्हें अपने बगल में कोई खुद की पार्टी के नेता नजर नहीं आया तो फिर बगल में करें उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने उन्हें बताया कि पत्रकार आपसे यह जानना चाहते हैं कि भाजपा ने या आरोप लगाया है कि जदयू में टूट हो रहा है। उसके बाद सीएम ने यह प्रतिक्रिया दिया कि – कहिए बीजेपी वाले को की तोड़ दे जेडीयू। उसको ताकत है तो कर दें। उसके बाद सीएम आगे बढ़ते चले गए।
मालूम हो कि, सीएम आवास में ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच हुई तकरार देखने को मिली थी। ललन सिंह की आपत्ति बरबीघा में होने वाले अशोक चौधरी के कार्यक्रम से थी।अशोक चौधरी ने बरबीघा में भवन निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन (गेस्ट हाउस) का उद्घाटन करने के साथ साथ बरबीघा नगर परिषद की कई सड़कों के उद्घाटन और शिलान्यास का कार्यक्रम रखा था।
वहीं, विवाद बढ़ने के बाद अशोक चौधरी ने यह सफाई भी दिया था कि- “ललन सिंह हमारे बड़े भाई है, हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. ललन सिंह का आदेश हमारे लिए सर्वोपरि है। ललन सिंह अगर हमको कहेंगे कि लेफ्ट जाओ तो मैं लेफ्ट जाऊंगा, ललन सिंह कहेंगे की राइट जाओ तो राइट जाऊंगा। मेरा कहीं कोई विवाद नहीं है। क्यों विवाद होगा, मेरा उनसे पारिवारिक संबंध है। मेरा क्यों विवाद होगा उनसे। ”
उधर, बरबीघा के विधायक सुदर्शन ने कहा कि- अशोक चौधरी का जवाब देने के लिए जेडीयू विधायक सुदर्शन कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस किया। सुदर्शन कुमार ने कहा-मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से अशोक चौधरी की शिकायत की थी। अशोक चौधरी लगातार बरबीघा में जाकर मेरा विरोध कर रहे हैं। वे सार्वजनिक मंच से मेरे खिलाफ बोल रहे हैं। इसलिए मैंने पार्टी से शिकायत की थी। लेकिन अशोक चौधरी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश को नहीं मानकर बरबीघा गये।