सनातन धर्म इस प्रकार का धर्म है कि अगर लोकतांत्रिक तरीके से हम इसके बारे में सोचें तो मालूम चलेगा कि इसमें हर एक को आजादी है अपने तरीके से प्रभु को मानने की। यही सनातनी परंपरा है। यह बातें केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कही है।

दरअसल, बिहार के नालंदा में वैशाली मदर ऑफ डेमोक्रेसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसको लेकर भारत के पूर्व राष्ट्रपति और असम के मुख्यमंत्री के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री भी बिहार आए हुए हैं। ऐसे में जब केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी पटना पहुंची तो पत्रकारों ने उनसे विवाद से जुड़े सवाल पूछा तो उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि – जिन लोगों को आज तक यह बात समझ में नहीं आई की सनातन संस्कृति में भी लोकतंत्र का आधार है। वह हर चीजों को एक ही तरीके से सोचने का काम करते हैं तो उसका नुकसान देश और समाज सभी को होता है। यदि हम लोकतांत्रिक तरीके तो सोच तो पता चलेगा कि लोकतंत्र में हर एक आदमी को आजादी है प्रभु का नाम अपने तरीके से लेने के लिए।

इसके अलावा इंडिया गठबंधन के तरफ से देश के कई पत्रकारों के शो को बहिष्कार किए जाने पर प्रतिक्रिया देते उन्होंने कहा कि जो लोकतांत्रिक लोग हैं परिवारवाद की राजनीति करने वाले हैं उनको शायद सही मायने में लोकतंत्र के मायने मालूम ही नहीं है। यही वजह है कि इस तरह का काम वह कर रहे हैं।

उधर, नालंदा के कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बताया कि वैशाली मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी कार्यक्रम के लिए हम नालंदा जा रहे हैं दुनिया को बिहार ने फिलॉसफी दी है और आज वक्त है कि हम दुनिया को भारत के परंपराओं से अवगत कराएं।

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