मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अनुकंपा पर नौकरी देने और आर्थिक मदद जैसी गुहार लेकर फरियादी पहुंचे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने सोमवार को 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में 37 लोगों की फरियाद सुनी।
उन्होंने वहीं पर संबंधित अधिकारियों को इन पर कार्रवाई करने का आदेश दिया।
किशनगंज की महिला ने मदरसा बोर्ड में कार्यरत पति की मृत्यु के बाद अनुकंपा पर नौकरी नहीं मिलने की शिकायत की।
किशनगंज के ही एक अन्य फरियादी ने कोरोना के कारण पिता के निधन के बाद सहायता राशि नहीं मिलने की शिकायत की।
कैमूर के एक व्यक्ति ने पुत्र की गंभीर बीमारी का हवाला देते हुए इलाज के लिए आर्थिक मदद का अनुरोध किया।
भोजपुर की एक छात्रा ने वर्ष 2019 में स्नातक पास करने के बाद भी मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना की राशि नहीं मिलने की शिकायत की। समस्तीपुर की एक महिला ने आंगनबाड़ी सेविका के नियोजन में अनियमितता की शिकायत की।
पटना की एक महिला ने कहा कि वर्ष 2010 से वर्ष 2016 तक विधवा पेंशन का भुगतान हुआ, उसके बाद से बंद है।
जमुई से आए एक व्यक्ति ने वहां सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत की।
उसने कहा कि इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
मधेपुरा के एक युवक ने कहा कि बेहरारी पंचायत में सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय नहीं है, जिससे छात्रों की पढ़ाई में काफी परेशानी हो रही है।
वहीं यहां के स्वास्थ्य केंद्र को और बेहतर बनाए जाने की जरूरत है।
सीतामढ़ी के एक व्यक्ति ने शिकायत की कि बेटी के नाम पर पोस्ट ऑफिस में 85 हजार रुपये जमा किये थे, लेकिन जब पैसा निकालने गया तो वहां के कर्मचारियों ने बताया कि उसके खाते में एक भी पैसा नहीं है।
पोस्ट ऑफिस के कर्मियों की मिलीभगत से मेरे पैसे का गबन कर लिया गया है।
इन विभागों की समस्याएं सुनीं
सामान्य प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, वित्त, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी, कला संस्कृति एवं युवा, श्रम संसाधन व आपदा प्रबंधन।