राज्यभर के डाकघरों से अब एलईडी बल्ब नहीं मिल रहे हैं। बिहार डाक सर्किल के पांच हजार से अधिक डाकघरों में इसका स्टॉक खत्म है।
बीते छह माह से अधिक समय से डाकघर में बिकने वाले कम ऊर्जा खपत करने वाले एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और पंखे अब नहीं आ रहे हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक पटना स्थित जीपीओ से लेकर राज्यभर के अन्य डाकघरों में अब इसकी सप्लाई नहीं दी जा रही है।
ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (ईईएसएल) ने राज्यभर के चुनिंदा डाकघरों को इस सुविधा को लोगों तक पहुंचाने के लिए चुना था।
उजाला योजना के तहत डाकघरों में चलने वाले पोस्टल शॉप को बल्ब, ट्यूबलाइट, बीईई पांच सितारा पंखे बेचने के लिए लाइसेंस दिया गया था।
कुछ वर्षों तक यह योजना ठीक से चली लेकिन अब फेल होती नजर आ रही है। सूत्र बताते हैं कि डाक विभाग बिहार सर्किल की ओर से एक निर्धारित अवधि के बाद वितरण आईडी लाइसेंस का नवीकरण कराना होता है।
लाइसेंस नवीकरण नहीं होने की वजह से थर्ड पार्टी ने डाकघरों में इसकी सप्लाई बंद कर दी है।
अब इस योजना के पुन चालू होने की संभावना नहीं के बराबर है।
कीमत कम होने से अधिक थी मांग
बता दें कि डाक विभाग से मिलने वाले एलईडी बल्ब की कीमत बाजार में मिलने वाले एलईडी बल्ब की तुलना में कम है। इससे कम आय और मध्यमवर्गीय परिवार के लोग डाकघरों से ही बल्ब की खरीदारी करते थे।
इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी यहां से बल्ब की खरीदारी करते थे। अब बल्ब नहीं मिलने के कारण सैकड़ों लोग रोजाना डाकघर से खाली हाथ लौट रहे हैं।
05 हजार से अधिक डाकघरों में एलईडी बल्ब की आपूर्ति बंद
70 रुपये में मिल जाता था नौ वाट का एलईडी बल्ब
09 हजार 48 डाकघर हैं राज्य भर में हैं
लाइसेंस का नवीकरण नहीं होने से बिहार के डाकघरों में नहीं हो रही आपूर्ति