प्रगणकों द्वारा एकत्रित किए गए जातीय गणना का सभी डाटा मोबाइल ऐप पर फीड कर लिया गया है।
अब इन डाटा की सुपरवाइजर द्वारा जांच की जा रही है। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि अब कुल डाटा का पांच फीसदी आंकडे की भौतिक जांच कराई जाएगा।
यह जिम्मेदारी सीनियर अफसरों को मिली है। डाटा की जांच कब से होगी, इसकी तारीख सामान्य प्रशासन विभाग से अभी नहीं आया है।
लेकिन चार्ज अफसरों को इसके बारे में बताया जा रहा है। चार्ज अफसर प्रगणकों और सुपरवाइजरों के सत्यापित डाटा की घर-घर जाकर जांच करेंगे।
किस परिवार का डाटा जांच किया जाएगा। इसकी संख्या सामान्य प्रशासन विभाग से मिलेगी।
रैंडमली जांच में त्रुटि पाए जाने पर डाटा में संशोधन किया जाएगा।
जातीय गणना की अब तक की उपलब्धियों की डीएम स्वयं मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
शनिवार शाम भी डीएम ने जातीय गणना को लेकर बैठक की।