1.82 लाख मीट्रिक टन चावल जमा होना बाकी
पिछले साल यानी खरीफ 2022-23 में 42.04 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई थी।
धान कुटाई के बाद 28.59 लाख मीट्रिक टन चावल राज्य खाद्य निगम(एसएफसी) के गोदामों को दिया जाना था।
रविवार तक एसएफसी को 27.03 लाख मीट्रिक टन चावल ही एसएफसी को जा पाया है। यानी अब भी 1.56 लाख मीट्रिक टन गोदामों में जमा किया जाना बाकी है।
पिछले साल खरीदे गए धान से तैयार चावल अभी तक राज्य खाद्य निगम के गोदामों में जमा नहीं हुआ है।
करीब डेढ़ लाख मीट्रिक टन चावल जमा होना बाकी है। इस साल इसमें देरी न हो, इसलिए सहकारिता विभाग और खाद्य आपूर्ति विभाग अभी से ही तैयारी में जुट गया है।
खरीफ 2023-24 में धान खरीद प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है।
इससे किसानों को धान बेचने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। किसान बिचौलिए की बजाए पैक्सों में धान बेच सकेंगे। खरीद का लक्ष्य भी पूरा कर लिया जाएगा।
दरअसल, धान खरीद के बाद कुटाई यानी चावल तैयार करने में सबसे ज्यादा देरी होती है। मिलों की टैगिंग में भी देरी होती है।
इस कारण पैक्सों द्वारा खरीद दिसंबर में शुरू हो पाती है। इसलिए इस साल चावल मिलों का निबंधन 16 अगस्त से शुरू कर दिया गया है।
धान बेचने के इच्छुक किसान एक सितंबर से सहकारिता विभाग की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं।
15 अक्टूबर तक चावल मिलों की टैगिंग और चयन का काम पूरा कर लिया जाएगा।
एक नवंबर से पैक्सों और व्यापार मंडलों को किसान धान बेच सकते हैं।
इसी दिन से चावल मिलों की आपूर्ति के निर्देश भी मिलों को दिए जा रहे हैं।
सहकारिता विभाग की बैठक में इस पर मुहर लग चुकी है। खाद्य आपूर्ति विभाग से भी सहमति मिल गई है। जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी होगा।
रविवार तक सिर्फ तीन जिले ऐसे हैं जहां से लक्ष्य का सौ फीसदी चावल गोदामों में चला गया है।
ये तीनों जिले हैं बांका, बेगूसराय और भागलपुर। इसके अलावा बाकी जिलों से चावल जमा होना बाकी है। सबसे पीछे मधुबनी और भोजपुर जिला है।
यहां से क्रमश 82 और 90 फीसदी चावल गोदामों में चला गया है।
31 अगस्त तक चावल जमा करने की तिथि बढ़ी
राज्य खाद्य निगम के गोदामों में 31 जुलाई तक चावल जमा होना था।
देरी होने पर खाद्य आपूर्ति विभाग ने 20 अगस्त तक तिथि बढ़ाई।
बावजूद मिलों ने समय से कुटाई नहीं की। इस कारण खाद्य आपूर्ति विभाग ने एक बार फिर तिथि बढ़ाई है।
खाद्य निगम के गोदामों में अब 31 अगस्त तक चावल जमा किया जा सकता है ।
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