पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच कायम गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता और गरिमा की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है। पड़ोसी देशों के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए सीमाओं पर शांति जरूरी है।
जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए शुक्रवार को हिरोशिमा रवाना होने से पहले मोदी ने जापान के प्रकाशन निक्केई एशिया को दिए साक्षात्कार में कहा कि भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है।
भारत-चीन संबंधों का भावी विकास केवल आपसी सम्मान, पारस्परिक संवेदनशीलता और द्विपक्षीय हितों पर आधारित हो सकता है। संबंधों के सामान्य होने से क्षेत्र और दुनिया को व्यापक लाभ होगा।
पाकिस्तान पर सवाल के जवाब में मोदी ने कहा कि भारत सामान्य व पड़ोसियों वाले संबंध चाहता है। मगर, आतंकमुक्त व अनुकूल माहौल बनाना पाक की जिम्मेदारी है।
इसके लिए जरूरी कदम उठाए। मोदी ने कहा, हम 2014 में 10वीं अर्थव्यवस्था से उठकर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।